बिहार के नालंदा से पकड़ौआ विवाह का मामला सामने आया है. सोहसराय हॉल्ट के पास पहले युवक को बंधक बना लिया और जबरन जगतनंदनपुर गांव ले गया, जहां पहले युवक के साथ मारपीट की गई और दबाव डालकर उसकी जबरन शादी करा दी गई. रवि रंजन की रिपोर्ट..
बिहार के नालंदा एक युवक के साथ जबरन शादी कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. रहुई थाना क्षेत्र के जगतनंदनपुर गांव से पकड़ौआ विवाह हुआ है. यहां लड़के के साथ मारपीट भी की गई है. पुलिस ने मामले में केस दर्ज किया है.
पीड़ित युवक बिहारशरीफ कोर्ट में मुंशी के रूप में काम करता है. सोमवार की शाम ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहा था. इसी दौरान सोहसराय हॉल्ट के पास से बंधक बना लिया और जबरन जगतनंदनपुर गांव ले गया, जहां पहले युवक के साथ मारपीट की गई और दबाव डालकर उसकी जबरन शादी करा दी गई.
पीड़ित युवक के पिता सुरेंद्र यादव ने रहुई थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर युवक को अपने कब्जे में लिया और इलाज के लिए रहुई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाया गया है.
रहुई थानाध्यछ ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग का प्रतीत हो रहा है. लड़का की तरफ से थाना में लिखित आवेदन दिया गया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. वहीं, लड़की के परिवार के लोग मारपीट की घटना से इनकार कर रहे है और शादी किए जाने की बात स्वीकार कर रहे हैं.
पकड़ौआ विवाह…क्या है इतिहास
बिहार में 1970 के दशक से ही पकड़ौआ विवाह का चलन है. बेगूसराय जिले में सबसे अधिक पकड़ौआ विवाह होता है. 1980 के दौर में पकड़ौआ शादी का व्यावसायीकरण होने लगा. इस तरह की शादी पर कई फिल्में और टीवी सीरियल तक बन चुके हैं. लेकिन यह अभी तक नहीं जारी है. कोर्ट की ओर से भी इस शादी को कई बार अवैध करार दिया गया है. पकड़ौआ विवाह में लड़की पक्ष की ओर से लड़के को उठाया जाता है और उनकी शादी मारपीट कर दी जाती थी. 1970 के दशक में अगर किसी युवा की अच्छी नौकरी लगती थी तो वो पकड़ौआ विवाह के डर से घर से नहीं निकलते थे. लोगों को इस बात का डर रहता था कि कही पकड़ौआ शादी ना हो जाए.
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