बिहार: पटवा टोली के बच्‍चों का जलवा बरकरार, JEE मेंस-2 में 40 से ज्‍यादा छात्रों को मिली सफलता​

 पटवा टोली कभी केवल सूत कातने और बुनाई के लिए जानी जाती थी, लेकिन अब ये इंजीनियरों की नर्सरी के तौर पर मशहूर हो रही है.  पटवा टोली कभी केवल सूत कातने और बुनाई के लिए जानी जाती थी, लेकिन अब ये इंजीनियरों की नर्सरी के तौर पर मशहूर हो रही है.  NDTV India – Latest