महाकुंभ में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को कई तरह के प्रशिक्षण दिए जा रहे है. इन पुलिस कर्मियों के खानपान से लेकर उन्हें श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार पर नजर रखते हुए इन्हें परेड ग्राउंड में मेला क्षेत्र में बनी रिज़र्व पुलिस लाइन में नियमित ट्रेनिंग दी जा रही है.
प्रयागराज में संगम की रेती पर 12 साल बाद अगले साल जनवरी की शुरुआत से विश्व के सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक मेले महाकुंभ 2025 का आयोजन होने जा रहा है. आस्था के सबसे बड़े जन समागम महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु संगम की धारा में आस्था की डुबकी लगाएंगे. महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी 2025 से लेकर 26 फरवरी तक होगा. योगी सरकार 2025 के महाकुंभ को दिव्य और भव्य के साथ ही सुरक्षित महाकुंभ कराने की तैयारियों में जुटी है. सुरक्षित महाकुंभ कराने का जिम्मेदारी यूपी पुलिस के कंधों पर है. इसके लिए पूरे प्रदेश से महाकुंभ के लिए 40 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी मेले में तैनात किए जा रहे है.
21 दिन की स्पेशल ट्रेनिंग
महाकुंभ के लिए पुलिस फोर्स की आमद अक्टूबर से शुरू हो चुकी है. महाकुंभ की सुरक्षा में तैनात होने वाले 10 फीसदी से ज्यादा पुलिस फोर्स यहां पहुंच चुकी है. लेकिन अब महाकुंभ की सुरक्षा में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों का व्यवहार और आचरण श्रद्धालुओं के साथ आस्था के समागम में कैसा होगा इसके लिए यूपी पुलिस की तरफ से 21 दिन की स्पेशल ट्रेनिंग मेले में ड्यूटी पर आए पुलिसकर्मियों को दी जा रही है. महाकुंभ में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को कई तरह के प्रशिक्षण दिए जा रहे है. इन पुलिस कर्मियों के खानपान से लेकर उन्हें श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार पर नजर रखते हुए इन्हें परेड ग्राउंड में मेला क्षेत्र में बनी रिज़र्व पुलिस लाइन में नियमित ट्रेनिंग दी जा रही है.
ड्यूटी की बारिकियों को समझाया जा रहा है
सुगम और सुरक्षित महाकुंभ कराने की जिम्मेदारी यूपी पुलिस के कंधों पर है. परेड के मेला क्षेत्र में बनाई गई अस्थाई पुलिस लाइन के संकल्प सभागार में पुलिस कर्मियों को रोज़ ट्रेनिंग दी जा रही है. अब तक 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मी अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके है. इसमें पुलिस कर्मियों को महाकुंभ मेले की भौगोलिक स्थिति की जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही उन्हें उनकी ड्यूटी के बारे में भी बताया जा रहा है.
प्रोफेशनल ट्रेनर देंगे ट्रेनिंग
महाकुंभ की सुरक्षा में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को न केवल मेले की पुलिसिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है बल्कि उन्हें साफ्ट स्किल ट्रेनिंग भी दी जा रही है. इसके लिए प्रोफेशनल ट्रेनर के साथ ही पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पुलिसकर्मियों को महाकुंभ की सुरक्षा ड्यूटी के बारे में अवगत करा रहे है. इसमें खासतौर पर पुलिसकर्मियों को श्रद्धालुओं और पर्यटकों के साथ कैसा व्यवहार करना है इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि सुगम और सुरक्षित महाकुंभ कराया जा सके. इस बार महाकुंभ मेले में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को विशेष ट्रेनिंग भी दी जा रही है जिसमें उन्हें मांसाहारी, शराब से दूर रहने और अच्छा व्यवहार करने की ट्रेनिंग शामिल है.
नॉन-वेज और एल्कॉहल का सेवन वर्जित है
महाकुंभ मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी के मुताबिक, महाकुंभ अति विशिष्ट मेला है. इसके लिए 10 परसेंट से ज्यादा फ़ोर्स मेले में आ चुकी है. इसके लिए पुलिसकर्मियों को सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग के साथ श्रद्धालुओं के साथ अच्छे आचरण से पेश आने के लिए भी ट्रेनिंग दी जा रही है. उनकी सुरक्षा और उनके सुगम स्नान के लिए पुलिस को स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है. पुलिस श्रद्धालु से एक गाइड और फ्रेंड की तरह पेश आए. हालांकि इस बार ऐसे पुलिसकर्मियों की भी मेले में तैनाती की गई है जो नॉन वेजीटेरियन और नॉन ऐल्कॉहॉलिक हो.
श्रद्धालुओं से दोस्त की तरह व्यवहार करें
एसएसपी का कहना है कि पुलिस से वैसे भी ये अपेक्षा की जाती है कि उनका व्यवहार अच्छा हो. मेला में सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ तैनात पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. पुलिस कर्मियों को शिष्टाचार और सद व्यवहार के मॉड्यूल से ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिसकर्मी भी इस प्रशिक्षण को गंभीरता से ले रहे है.
सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा करनी है
बता दें कि संगम की रेती पर लगने जा रहे विश्व के सबसे बड़े मेले महाकुंभ की पुलिसिंग थाने और चौकियों से अलग है इसलिए महाकुंभ में आने वाले पुलिसकर्मियों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. पुलिसकर्मियों को इंडोर के साथ ही आउटडोर यानी ग्राउंड पर ले जाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पुलिसकर्मियों को महाकुंभ की विभिन्न सेक्टरों के साथ ही यात्रा रूटों और स्नान घाटों पर भी ड्यूटी लगाई जाएगी इसलिए उन्हें बारीकी से समझाया जा रहा है कि किस तरह से उन्हें अपनी ड्यूटी करनी है. उन्हें महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किस तरह से गाइड और मदद करना है ताकि यूपी पुलिस को लेकर एक अलग अनुभव का एहसास कर सकें.
AI की मदद से होगी सुरक्षा
महाकुंभ में आने वाले पुलिसकर्मियों को विनम्रता और दृढ़ता के साथ अपनी ड्यूटी को अंजाम देना है. सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों से अपेक्षा की गई है कि वह नॉन अल्कोहलिक और वेजिटेरियन हो. ऐसे पुलिसकर्मियों को मेला ड्यूटी में वरीयता दी गई है जिन्हें पहले माघ मेला या कुंभ मेले में कार्य करने का अनुभव हो. इस बार महाकुंभ का क्षेत्रफल बढ़ाकर 4000 हेक्टेयर कर दिया गया है। महाकुंभ मेले में इस इस बार 56 थाने 155 चौकियां और 56 फायर स्टेशन बनाए जा रहे है. 1900 हेक्टेयर में पार्किंग बनाई जा रही है. ट्रैफिक को लेकर भी विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है. मेले की सुरक्षा सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन से की जाएगी. सीसीटीवी कैमरे में एआई तकनीक का पहली बार इस्तेमाल किया जाएगा. क्राउड मैनेजमेंट के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल पुलिस करने जा रही है. एसएसपी महाकुंभ के मुताबिक यूपी पुलिस सुरक्षित महाकुंभ करने के लिए संकल्पबद्ध है जैसे-जैसे पुलिस फोर्स आता जाएगा उसे जरूरी प्रशिक्षण दिया जाता रहेगा.
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