UP By Election 2024 : उत्तर प्रदेश में उपचुनावों को लेकर भाजपा पर सहयोगी दल तरह-तरह से दबाव बनाने लगे हैं. हालांकि, कोई भी सीधे तौर पर नहीं बोल रहा…
UP By Election : केंद्रीय राज्य मंत्री व अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने आज प्रयागराज में कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में ओबीसी के बच्चों के साथ अन्याय हुआ है.आरक्षण के नियमों की इस भर्ती में अवहेलना हुई है. यह बात राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी कही है. इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी है. अनुप्रिया ने साफ कहा कि अपना दल (एस) जातीय जनगणना की पक्षधर रही है. देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए. केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने प्रयागराज दौरे के दौरान फूलपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को धार देने के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ घंटों बैठक की और एनडीए के प्रत्याशी को जिताने के निर्देश दिए.
क्या दबाव बना रहीं?
यूपी में दस विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर एनडीए के सहयोगी दल ही बीजेपी पर दबाव बनाने में जुटे हुए हैं. निषाद पार्टी के बाद अब अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने प्रयागराज दौरे के दौरान राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठकके साथ ही जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर अपनी पार्टी का शक्ति प्रदर्शन किया है. हालांकि केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सीधे तौर पर विधानसभा उपचुनाव को लेकर किसी सीट पर दावा नहीं ठोंका है. फूलपुर जैसी महत्वपूर्ण विधानसभा सीट पर अपना दल (एस) के उपचुनाव लड़ने के सवाल पर भी साफ तौर पर कुछ नहीं कहा है, मगर उनकी बातें बहुत कुछ बता रही हैं.
नये पदाधिकारी नियुक्त
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मासिक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि चुनाव के बाद पार्टी की इकाइयां भंग कर दी गईं थीं. इसके बाद नये पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है. बैठक में उनके नाम की घोषणा की गई है. इसके साथ ही बैठक में संगठन के आगामी कार्यक्रम और जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन तय किए गए हैं. केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के मुताबिक 17 अक्टूबर को अपना दल के संस्थापक स्वर्गीय डॉ सोने लाल पटेल साहब की पुण्यतिथि आयोजित की जाएगी.
NDTV India – Latest
More Stories
कुंदरकी में 65% मुस्लिम वोट लेकिन फिर भी जीत गई BJP, यूपी के मुसलमानों ने क्यों दिया वोट?
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बाद इन छह दिग्गज नेताओं का क्या है भविष्य?
झारखंड में फिर एक बार हेमंत सरकार… पहली बार किसी गठबंधन को दो तिहाई बहुमत