रेपो रेट में कटौती की संभावना के बीच संजय मल्होत्रा बने RBI के 26वें गवर्नर​

 केंद्रीय बैंक ने माइक्रो-ब्लॉगिंग सोशल मीडिया वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर संजय मल्होत्रा के कार्यभार संभालने की जानकारी दी और कुछ तस्वीरें भी साझा कीं. संजय मल्होत्रा के कार्यभार संभालते समय डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे., एम. राजेश्वर राव और टी. रबी शंकर भी उपस्थित थे.

पूर्व राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) ​​ने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के 26वें गवर्नर के रूप में बुधवार को कार्यभार संभाल लिया. वह बुधवार सुबह केंद्रीय बैंक के मुख्यालय पहुंचे, जहां RBI के वरिष्ठ कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया.

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केंद्रीय बैंक ने माइक्रो-ब्लॉगिंग सोशल मीडिया वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर संजय मल्होत्रा के कार्यभार संभालने की जानकारी दी और कुछ तस्वीरें भी साझा कीं. संजय मल्होत्रा के कार्यभार संभालते समय डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे., एम. राजेश्वर राव और टी. रबी शंकर भी उपस्थित थे.

राजस्थान के 1990 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी संजय मल्होत्रा के पास बिजली, वित्त तथा कराधान जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता के साथ सार्वजनिक नीति में तीन दशक से अधिक का अनुभव है.

वह ​​ऐसे समय में केंद्रीय बैंक की कमान संभालने जा रहे हैं, जब अर्थव्यवस्था धीमी वृद्धि दर और उच्च मुद्रास्फीति की दोहरी चुनौती का सामना कर रही है. उनके पूर्ववर्ती शक्तिकांत दास के अनुसार वृद्धि तथा मुद्रास्फीति का संतुलन ‘अस्थिर’ हो गया है.

Shri Sanjay Malhotra takes charge as the 26th Governor of Reserve Bank of India for the next 3 years w.e.f December 11, 2024#RBI #rbigovernor #sanjaymalhotra #rbitoday pic.twitter.com/aa7UdIcWIS

— ReserveBankOfIndia (@RBI) December 11, 2024

सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दर जुलाई-सितंबर में घटकर सात तिमाहियों में सबसे निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर रही है. वहीं अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.21 प्रतिशत पर पहुंच गई है.

विश्लेषकों को उम्मीद है कि RBI फरवरी में होने वाली आगामी नीति समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती करेगा और उनका मानना है कि संजय मल्होत्रा की नियुक्ति से यह संभावना ‘पुख्ता’ हो गई है.

शक्तिकांत दास ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए मानक ब्याज दर को करीब दो साल से अपरिवर्तित रखा है. सरकार ने RBI को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य दिया है.

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