KC Tyagi controversial statements : केसी त्यागी का अचानक राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा भले ही आज आया, लेकिन इसकी सुगबुगाहट काफी दिनों से थी. जानें क्यों देना पड़ा उन्हें इस्तीफा…
Bihar News : केसी त्यागी (KC Tyagi) को समाजवादी नेता के तौर पर जाना जाता है. आम तौर पर शांत स्वभाव के जदयू (JDU) नेता केसी त्यागी ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, वो पार्टी के सलाहकार बने हुए हैं. जदयू और केसी त्यागी की तरफ से बताया गया है कि निजी कारणों की वजह से इस्तीफा दिया गया है. ऐसे में केसी त्यागी के वो 6 बयान चर्चा में हैं, जिन पर जमकर विवाद हुआ था और वे विवादों में आ गए थे.
नीतीश कुमार ने क्यों फेरा मुंह?
माना जा रहा है कि इसी लेटर पर साइन करना केसी त्यागी को भारी पड़ा. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) फिलहाल ऐसा लगता है कि भाजपा के साथ बेहद संतुष्ट हैं. उन्हें जो चाहिए, वो सब केंद्र सरकार की तरफ से मिल रहा है. साथ ही 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव भी है. ऐसे में नीतीश कुमार भाजपा के साथ ही इस चुनाव में जाना चाहते हैं. केसी त्यागी के इन बयानों से कई बार गफलत हो जा रही थी कि नीतीश कुमार तो कहीं केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश नहीं कर रहे. इस बाबत कई बार केसी त्यागी को समझाने की बात भी चर्चा में है. मगर इजरायल पर दिए बयान ने भाजपा और केंद्र सरकार को कटघरे में ला दिया. साथ ही विपक्षी दलों के लेटर पर साइन कर केसी त्यागी ने लक्ष्मण रेखा लांघ दी. इसके बाद नीतीश कुमार ने भी केसी त्यागी से मुंह फेर लिया.
सीधे नीतीश कुमार का है फैसला
माननीय मुख्यमंत्री सह जनता दल (यू0) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @NitishKumar जी द्वारा श्री @RajivRanjanJDU जी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया है।
इस अहम जिम्मेदारी के लिए उन्हें जनता दल (यूनाइटेड) परिवार की ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।#JDU #NitishKumar… pic.twitter.com/CAz4RlPMno
— Janata Dal (United) (@Jduonline) September 1, 2024
केसी त्यागी के इस्तीफे का कारण भले ही गोलमोल हो, लेकिन जदयू ने जो लिखित बयान जारी किया है उसमें साफ लिखा है कि मुख्यमंत्री सह जदयू का यह फैसला है. साफ जाहिर है कि नीतीश कुमार ने ये बताने से गुरेज नहीं किया कि पार्टी लाइन के खिलाफ बोलने वालों पर वो कार्रवाई से नहीं हिचकेंगे. वहीं इस्तीफे की घोषणा के बाद केसी त्यागी ने कहा कि वो जदयू में ही बने रहेंगे और पार्टी कभी नहीं छोड़ेंगे.
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