व्हाइट हाउस संयुक्त राज्य अमेरिका, यानी USA के राष्ट्रपति और उनके परिवार का आवास तथा राष्ट्रपति का कार्यालय है. विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली देश के शीर्षतम पद पर बैठे शख्स का घर-दफ़्तर दुनिया की सबसे अहम और सुरक्षित इमारतों में शुमार किया जाता है.
समूची दुनिया व्हाइट हाउस के बारे में जानती ही है, और यह जाना-माना नाम वह जगह है, जहां संयुक्त राज्य अमेरिका, यानी United States of America या USA का राष्ट्रपति और उनका परिवार रहता है, तथा यही राष्ट्रपति का कार्यालय भी होता है. दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के शीर्षतम पद पर विराजे शख्स का घर-दफ़्तर भी दुनिया की सबसे अहम और सुरक्षित इमारतों में शुमार किया जाता है. आइए जानते हैं, इस इमारत का इतिहास और उससे जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां.
व्हाइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट में दी गई जानकारी के अनुसार, जहां आज व्हाइट हाउस मौजूद है, उस जगह का चुनाव 1791 में अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन ने किया था. अगले ही वर्ष, यानी 1792 में इमारत की आधारशिला रख दी गई, और निर्माण के लिए आयरिश मूल के आर्किटेक्ट जेम्स होबन का डिज़ाइन चुना गया. आठ साल तक चले निर्माण कार्य के बाद अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति जॉन एडम्स और उनकी पत्नी एबिगेल व्हाइट हाउस में रहने लगे, जबकि निर्माण कार्य जारी था.
https://www.whitehouse.gov/ के मुताबिक, इसके बाद वर्ष 1812 में हुए युद्ध के दौरान अंग्रेज़ों ने व्हाइट हाउस को फूंक दिया था, और इसे दोबारा तैयार करने के लिए फिर जेम्स होबन को ही नियुक्त किया गया. इसके बाद, 1817 में अमेरिका के पांचवें राष्ट्रपति जेम्स मुनरो ने व्हाइट हाउस में रहना शुरू किया, और उन्हीं के कार्यकाल के दौरान दक्षिण पोर्टिको बनाया गया. वर्ष 1829 में सातवें राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन की देखरेख में इमारत में नॉर्थ पोर्टिको बनाया गया. 19वीं शताब्दी के आखिरी सालों में व्हाइट हाउस का विस्तार करने या कतई नया राष्ट्रपति आवास तैयार करने से जुड़े कई प्रस्ताव पेश किए गए, लेकिन किसी को भी कभी अमली जामा नहीं पहनाया जा सका.
वर्ष 1902 में अमेरिका के 26वें राष्ट्रपति थियोडोर रूज़वेल्ट ने व्हाइट हाउस में बड़े पैमाने पर बदलाव शुरू किया था, जिसके तहत राष्ट्रपति के दफ़्तरों को आवास की दूसरी मंज़िल से नए बनाए गए अस्थायी कार्यकारी कार्यालय भवन में शिफ़्ट कर दिया गया. इसी अस्थायी कार्यकारी कार्यालय भवन को अब वेस्ट विंग के नाम से जाना जाता है. थियोडोर रूज़वेल्ट के समय में किया गया निर्माण और बदलाव कार्य न्यूयॉर्क की मशहूर आर्किटेक्ट कंपनी मैककिम, मीड एंड व्हाइट ने ही डिज़ाइन और कार्यान्वित किया था. रूज़वेल्ट के बाद 27वें राष्ट्रपति बने विलियम हॉवर्ड टैफ्ट कार्यालय विंग के भीतर ओवल ऑफिस बनवाया था.
अमेरिकी राष्ट्रपति थियोडोर ‘टेडी’ रूज़वेल्ट द्वारा करवाए गए जीर्णोद्धार के 50 साल भी नहीं बीते थे कि व्हाइट हाउस में ढांचागत कमज़ोरियां दिखने लगी थीं. इस पर 33वें अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रूमैन ने इमारत का फिर नवीनीकरण शुरू किया, जिसमें बाहरी दीवारों के अलावा सब कुछ ढहा दिया गया और इस बार पुनर्निर्माण की देखरेख आर्किटेक्ट लोरेंज़ो विन्सलो ने की थी, और 1952 में ट्रूमैन परिवार व्हाइट हाउस में लौट आया.
व्हाइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति जॉन एडम्स और उनके बाद हर राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में ही रहा है, और इस इमारत का इतिहास इसकी चारदीवारी की तामीर से बहुत आगे तक फैला हुआ है. शुरुआती वक्त में सर्विस एरिया के तौर पर इस्तेमाल किए जाते रहे ग्राउंड फ्लोर कॉरिडोर के कमरों से लेकर राजकीय फ्लोर रूम तक, जहां अनगिनत जाने-माने नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत-सत्कार किया गया है, समूचा व्हाइट हाउस न सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके परिवार का घर है, बल्कि अमेरिकी इतिहास का जीवंत संग्रहालय भी है.
व्हाइट हाउस की कुछ रोचक खासियतें…
व्हाइट हाउस वह जगह है, जहां USA के राष्ट्रपति और उनका परिवार रहता है, तथा यही राष्ट्रपति का कार्यालय भी है.व्हाइट हाउस का निर्माण वर्ष 1792 में शुरू हुआ था, और अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति जॉन एडम्स इस इमारत के सबसे पहले निवासी थे.इतिहास में अलग-अलग समय पर व्हाइट हाउस को ‘प्रेसिडेंट्स पैलेस’, ‘प्रेसिडेंट्स हाउस’ तथा ‘एक्ज़ीक्यूटिव मैन्शन’ नामों से जाना जाता रहा है.अमेरिका के 26वें राष्ट्रपति थियोडोर रूज़वेल्ट ने वर्ष 1901 में व्हाइट हाउस को आधिकारिक रूप से व्हाइट हाउस नाम दिया था.वर्ष 1812 के युद्ध में अंग्रेज़ों ने व्हाइट हाउस को फूंक दिया था, और जीर्णोद्धार के बाद 1817 में अमेरिका के पांचवें राष्ट्रपति जेम्स मुनरो इसमें रहने लगे.व्हाइट हाउस का मौजूदा स्वरूप 1952 में तैयार हुआ था, और उसके बाद 33वें अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रूमैन इसमें लौटे.व्हाइट हाउस, यानी अमेरिकी राष्ट्रपति आवास में 132 कमरे हैं, 35 गुसलखाने हैं, छह मंज़िल हैं.व्हाइट हाउस में कुल मिलाकर 412 दरवाज़े, 147 खिड़कियां, 28 फायरप्लेस, आठ सीढ़ियां और तीन लिफ़्ट भी हैं.व्हाइट हाउस की रसोई 140 मेहमानों का भोजन तैयार करने में सक्षम है.व्हाइट हाउस की रसोई 1,000 से भी ज़्यादा मेहमानों के लिए चाय-नाश्ता, यानी स्नैक्स (hors d’oeuvres) सर्व कर सकती है.व्हाइट हाउस की सिर्फ़ चारदीवारी को रंगने करने के लिए 570 गैलन (लगभग 2158 लीटर) पेन्ट की ज़रूरत पड़ती है. NDTV India – Latest
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