April 15, 2025

सलमान खान के पास है Y+ सिक्योरिटी, जानें क्यों इसमें सेंध लगाना नामुमकिन​

सलमान खान को जिस तरह लगातार धमकियां मिलती आई है, उसकी वजह से उनकी सिक्योरिटी इतनी पुख्ता की गई है कि बिना इजाजत उनके पास कोई परिंदा तक पर नहीं मार सकता. सलमान खान को जो वाई प्लस सिक्योरिटी मिली है, जानिए उसमें कौन-कौन होता है और किस तरह ये सिक्योरिटी काम करती है.

सलमान खान को जिस तरह लगातार धमकियां मिलती आई है, उसकी वजह से उनकी सिक्योरिटी इतनी पुख्ता की गई है कि बिना इजाजत उनके पास कोई परिंदा तक पर नहीं मार सकता. सलमान खान को जो वाई प्लस सिक्योरिटी मिली है, जानिए उसमें कौन-कौन होता है और किस तरह ये सिक्योरिटी काम करती है.

बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को एक बार फिर से जान से मारने की धमकी मिली है. वर्ली में परिवहन विभाग के नंबर पर धमकी भेजी गई है, जिसमें एक्टर को जान से मारने के साथ ही उनकी कार को भी बम से उड़ाने की बात अज्ञात शख्स ने कही है. ऐसा पहली बार नहीं है कि जब सलमान को इस तरह की धमकी मिली हों, इसलिए सलमान की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती. जब से उनके घर के बाहर फायरिंग हुई थी, तब से उनकी सुरक्षा को लेकर खास एहतियात बरती जा रही है. सलमान खान को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मिली है, जिसमें सेंध लगाना नामुमकिन है. लेकिन इसके बावजूद उन्हें धमकियां मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.

कितनी पुख्ता सलमान खान की सुरक्षा

बॉलीवुड एक्‍टर सलमान खान को Y+ सिक्योरिटी मिली हुई है. वहीं सलमान के साथ करीब 30 से 40 बाउंसर साथ चलते हैं. बॉडीगार्ड शेरा के पास भाई की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी है. शेरा करीब 30 साल साथ चल रहे हैं. सलमान खान को जहां भी जाना होता है, वहां के लोकल थाने को इस बारे में सूचित किया जाता है. पुलिस पहले इलाके को सैनिटाइज करवाती है, ताकि किसी तरह की सुरक्षा चूक ना हो.

भारत में वाई प्लस (Y+) सिक्योरिटी एक स्पेशल सिक्योरिटी अरेंजमेंट है, जो उन्हें दी जाती है, जिन्हें किसी तरह का खतरा रहता है. यह सुरक्षा व्यवस्था भारत सरकार द्वारा खुफिया जानकारी और खतरे के आकलन के आधार पर दी जाती है. Y+ सिक्योरिटी, वाई (Y) सिक्योरिटी से एक लेवल ऊपर और जेड (Z) सिक्योरिटी से नीचे होती है. यह उन लोगों के लिए है, जिन्हें वाई श्रेणी से अधिक मजबूत सुरक्षा की जरूरत होती है, जबकि जेड या जेड प्लस (Z+) जैसी उच्च स्तरीय सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती.

क्या है Y+ सिक्योरिटी, जो सलमान की सिक्योरिटी में तैनात

इस लेयर की सिक्योरिटी में 22- 25 जवान होते हैं. जो कि 2 शिफ्ट में काम करते हैं. इस सिक्योरिटी में NSG कमांडो भी मौजूद होते हैं, जिनमें 2-4 साथ कमांडो रहते हैं. हर वक्त साथ में कम से कम 11 पुलिस जवान एकदम मुस्तैद रहते हैं, जो किसी भी खतरे को भांपने और उससे निपटने में माहिर होते हैं. साथ ही इस लेवल की सिक्योरिटी में कुल 2-3 बुलेटफ्रूफ गाडियां भी होती है.

सिक्योरिटी का दायरा

यह सुरक्षा 24×7 उपलब्ध रहती है, जिसमें व्यक्ति के आवास, कार्यस्थल, और यात्रा के दौरान सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. वाई प्लस सिक्टोरिटी में तैनात सुरक्षाकर्मियों के पास स्वचालित हथियार (जैसे MP5 सबमशीन गन या इंसास राइफल) और मॉडर्न इंस्ट्रूमेंट होते हैं. कमांडो मार्शल आर्ट और कॉम्बेट फाइट में प्रशिक्षित होते हैं, जो किसी भी अटैक को बेहद कम वक्त में विफल करने का माद्दा रखते हैं.

किन्हें मिलती है वाई प्लस सिक्योरिटी?

वाई प्लस सिक्योरिटी सिर्फ उन व्यक्तियों को दी जाती है, जिन्हें खुफिया एजेंसियों (जैसे इंटेलिजेंस ब्यूरो – IB) से मध्यम स्तर का खतरा आंका जाता है. इनमें शामिल हो सकते हैं:

राजनेता: सांसद, विधायक, या अन्य नेता जिन्हें क्षेत्रीय या राजनीतिक कारणों से खतरा हो.

आर्टिस्ट: एक्टर, जैसे कंगना रनौत, जिन्हें साल 2020 में वाई प्लस सिक्योरिटी दी गई थी, जब उनके बयानों के कारण विवाद हुआ.

कारोबारी: जिन्हें व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता या किन्हीं अन्य कारणों से खतरा हो.

सामाजिक कार्यकर्ता या पत्रकार: जिनके काम से कोई बड़ा खुलासा हुआ हो, जिससे वो किसी के निशाने पर आ गए हो.

अन्य विशिष्ट व्यक्ति: जैसे धार्मिक नेता या कोई व्यक्ति जिसे अस्थायी रूप से किसी भी तरह का खतरा हो।

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