Gold Investment:सादे सोने के आभूषणों की बिक्री में साल-दर-साल लगभग 27% की ग्रोथ हुई, जबकि सोने के सिक्कों की बिक्री में साल-दर-साल 65% की चौंका देने वाली ग्रोथ हुई है.
भारत में गोल्ड (Gold) के साथ सदियों पुराने प्रेम ने एक दिलचस्प मोड़ ले लिया है. अब लोग सोने को न केवल श्रृंगार के प्रतीक के रूप में बल्कि निवेश के विकल्प के रूप में भी देख रहे हैं.रिटेलर्स के हालिया अपडेट इस दोहरे उद्देश्य का पता चलता है. ये ट्रेंड बताते हैं कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच लोगों की प्राथमिकताएं कैसे बदल रही हैं.
सोने की खपत का ये उभरता हुआ रुझान ज्वेलरी कंपनियों को प्रभावित कर रहा है. जैसे-जैसे गोल्ड बार्स और सिक्कों की सेल में तेजी आ रही है, वैसे-वैसे ज्वैलर्स को टॉपलाइन ग्रोथ और मार्जिन को बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
ज्वेलर्स को अभूषणों के विपरीत बार्स और सिक्कों की बिक्री पर सीमित मुनाफा होता है, जबकि ये ज्वेलरी पर मेकिंग चार्ज के जरिए अच्छा मुनाफा कमाते हैं. इसके अलावा जड़े हुए आभूषणों में कम ग्रोथ निकट भविष्य में मार्जिन पर दबाव डाल सकते हैं. जिससे संभावित रूप से प्रॉफिटिबिलिटी में गिरावट आ सकती है.
टाइटन की इनसाइट
टाइटन के चौथी तिमाही के कारोबारी अपडेट के मुताबिक, इसके घरेलू आभूषण ऑपरेशन ने सालाना लगभग 24% की ग्रोथ दिखाई. ये मुख्य रूप से सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण है.
सादे सोने के आभूषणों की बिक्री में साल-दर-साल लगभग 27% की ग्रोथ हुई, जबकि सोने के सिक्कों की बिक्री में साल-दर-साल 65% की चौंका देने वाली ग्रोथ हुई है. ये प्रवृत्ति भारतीय उपभोक्ताओं के सोने में निवेश करने के बढ़ते झुकाव को रेखांकित करती है, न केवल इसकी सौंदर्य अपील के लिए, बल्कि इसके वैल्यू के लिए भी.
दिलचस्प बात यह है कि टाइटन ने Q3 में भी इसी तरह का पैटर्न देखा था, जब सोने के आभूषणों की बिक्री में साल-दर-साल लगभग 24% की ग्रोथ हुई थी और सोने के सिक्कों की बिक्री में साल-दर-साल लगभग 48% की ग्रोथ दर्ज की गई थी. स्टडेड ज्वेलरी की हिस्सेदारी में साल-दर-साल लगभग 1% की गिरावट आई है.
सेन्को गोल्ड रिपोर्ट
सेन्को गोल्ड ने भी चौथी तिमाही के लिए मजबूत नतीजे साझा किए, जो शादियों के मौसम में मजबूत डिमांड से प्रेरित थे. कंपनी ने रिटेल ऑपरेशन में 23% सालाना ग्रोथ और समान स्टोर यानी हर दुकान से बिक्री में 18.4% की ग्रोथ दर्ज की. सोने की बढ़ती कीमतों के बावजूद ये हासिल किया गया, जिससे सेन्को गोल्ड का चौथी तिमाही का अब तक का सबसे अधिक 1,300 करोड़ रुपये से अधिक का रेवेन्यू प्राप्त हुआ. सिक्कों और बुलियन की बिक्री ने कुल बिक्री में 4% का योगदान दिया, जो उपभोक्ताओं की सोने को निवेश विकल्प के रूप में पसंद करने की इच्छा को दर्शाता है.
PN गाडगिल की भविष्यवाणी
PN गाडगिल की तीसरी तिमाही के नतीजों के मुताबिक, भारत में सोने की खपत के पैटर्न में बदलाव होने वाला है. सोने की बिक्री में बार और सिक्कों की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 23 में 34% से बढ़कर वित्त वर्ष 28 तक 38% होने का अनुमान है, जबकि शेष हिस्सा ज्वेलरी का होगा.
ये पूर्वानुमान निवेश के रूप में सोने के लिए बढ़ती प्राथमिकता को रेखांकित करता है, साथ ही श्रृंगार में इसकी पारंपरिक भूमिका को भी दिखाता है.
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