42 साल पहले एक ऐसी फिल्म आई थी, जिसे शक्ति कपूर अपने करियर का टर्निंग प्वाइंट समझ रहे थे. उन्हें लगा था कि इस फिल्म से वह फिल्मों के पॉपुलर हीरो बन जाएंगे. लेकिन ये फिल्म ऐसी पिटी कि शक्ति कपूर को लोगों से काम मांगने के लिए घुटनों के बल आना पड़ा.
बॉलीवुड के आज कई ऐसे सफल कलाकार हैं, जिन्होंने कभी न कभी ऐसा समय देखा है, जब उन्हें लगा था कि अब शायद उन्हें काम नहीं मिलने वाला, लेकिन किस्मत ने करवट ली और उनका सितारा चमक उठा. बॉलीवुड के मशहूर विलेन शक्ति कपूर (Shakti Kapoor) भी उन्हीं में से एक हैं. इस सदाबहार कलाकार के जीवन में 42 साल पहले एक ऐसी फिल्म आई थी, जिसे वह अपने करियर का टर्निंग प्वाइंट समझ रहे थे. फिल्म बनाते वक्त उन्हें लगा था कि इस फिल्म से उनके विलेन वाली छवि बदल जाएगी और वह फिल्मों के पॉपुलर हीरो बन जाएंगे. लेकिन ऐसा हो न सका. ये फिल्म ऐसी पिटी कि शक्ति कपूर को इस फिल्म के बाद लोगों से काम मांगने के लिए घुटनों के बल आना पड़ा.
1982 में रिलीज हुई थी ‘जख्मी इंसान’
हम बात कर रहे हैं शक्ति कपूर स्टारर फिल्म ‘जख्मी इंसान (Zakhmee Insaan)’ की. ये फिल्म साल 1982 में रिलीज हुई थी. फिल्म में शक्ति कपूर के साथ जावेद खान, रीता भादुरी और अरुणा ईरानी भी थीं. फिल्म का डायरेक्शन दीपक बलराज विज ने किया था. फिल्म को लेकर शक्ति कपूर को बेहद उम्मीदें थीं, इस बारे में हाल में कपिल शर्मा के शो पर पहुंचे एक्टर ने खुद ही बताया. खबरों के मुताबिक ये फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई थी और महज 15 मिनट में थिएटर से उतर गई थी.
टूट गया हीरो बनने का सपना
शक्ति कपूर ने कपिल शर्मा (Shakti Kapoor in Kapil Sharma Show) के शो में कहा कि इतने साल में उन्होंने एक मात्र ऐसी फिल्म थी, जिसमें वह हीरो के रोल में थे. इस फिल्म को करते वक्त शक्ति कपूर को लगा कि वह अब हीरो बन गए हैं और वह विलेन के रोल्स के लिए मना करने लगे थे. हालांकि फिल्म के बुरी तरह फ्लॉप होने के बाद उन्हें विलेन के रोल मिलने भी बंद हो हगे और काम के लिए उन्हें लोगों के आगे मिन्नतें मांगनी पड़ी.
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