540 Films 40 Years in Bollywood Still This Actor Lives on Rent: इस एक्टर की उम्र 69 साल है और ये 540 से ज्यादा भारतीय और विदेशी फिल्मों में काम कर चुका है. सोशल मीडिय पर भी काफी एक्टिव है. फिर भी इसने कभी अपना घर नहीं खरीदा.
540 Films 40 Years in Bollywood Still This Actor Lives on Rent: इस एक्टर की उम्र 69 साल है. ये 540 से ज्यादा भारतीय और विदेशी फिल्मों में एक्टिंग के जौहर दिखा चुका है. इस एक्टर ने सारांश से लेकर विजय 69 जैसी फिल्मों में ऐसे किरदार किए हैं जो यादगार हैं. आज भी एक्टिंग में इस एक्टर का कोई सानी नहीं, फिर चाहे बात हंसाने की हो या विलेन बनकर डराने की. हम यहां बात कर रहे हैं बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर की. जिन्होंने बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में खूब काम किया है और अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है. सिनेमा की दुनिया में पिछले चार दशक से सक्रिय अनुपम खेर ने चौंकाने वाली बात बताई है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि वह आज भी किराये के मकान में रहते हैं.
अनुपम खेर से जब कर्ली टेल्स के साथ इंटरव्यू में पूछा गया कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में 40 साल बिताकर भी अपना घर क्यों नहीं खरीदा तो एक्टर ने कहा कि उन्हें कभी भी घर खरीदने की जरूरत महसूस नहीं हुई. अनुपम खेर ने बताया, ‘मैं एक किराए के अपार्टमेंट में रहता हूं क्योंकि मैंने फैसला किया है कि मुझे घर नहीं खरीदना है. किसके लिए? हर महीने किराया दो और आराम से रहो. जिस पैसे से आप घर खरीद सकते हो, उसे बैंक में रखें और उसका उपयोग किराया देने के लिए करें.’ अनुपम खेर ने यह भी बताया कि वे अपनी कमाई का एक हिस्सा दान करने में लगाना चाहते हैं और कुछ ऐसा करना चाहते हैं जिससे लोग उन्हें याद रखें. उनका मानना है कि पैसे का सही उपयोग समाज के भले के लिए किया जाना चाहिए, न कि सिर्फ भौतिक संपत्ति को इकट्ठा करने में.
बेशक अनुपम खेर ने खुद के लिए मकान नहीं खरीदा है, लेकिन उन्होंने अपनी मां के अपने घर के सपने को जरूर पूरा किया है. अनुपम खेर ने बताया कि उन्होंने अपनी मां के लिए शिमला में एक आठ बेडरूम वाला शानदार अपार्टमेंट गिफ्ट किया था. उनकी मां की इच्छा थी कि वह शिमला में अपना खुद का घर बनाए, क्योंकि वे वहां किराए के घर में ही रहती थीं. अनुपम खेर ने कहा, ‘सात साल पहले मैं अपनी मां से मजाक कर रहा था और कह रहा था कि मैं एक बड़ा स्टार हूं, तो वह मुझसे जो चाहे, मांग सकती है. मुझे लगा वह कहेंगी, ‘नहीं, कुछ नहीं चाहिए’, लेकिन उन्होंने तुरंत कहा, मुझे शिमला में एक घर चाहिए. मुझे हैरानी हुई क्योंकि हम पिताजी के निधन के बाद शिमला में नहीं रहते थे, लेकिन मां हमेशा किराए के घर में ही रहीं, इसलिए वह एक अपना घर चाहती थीं.’
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