7000 करोड़ की ड्रग्स: कोर्ड वर्ड और फटे नोट… जानिए कैसे डिलीवर करते थे कोकिन, विदेश में बैठा आका क्या करता था​

 दिल्ली में पुलिस ने 7 हजार करोड़ के ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा किया है. कोड वर्ड के जरिए डिलिवरी होती थी. साथ ही पुरानी फिल्मों की तरह आधे फटे नोट और उनके नंबर से कंसाइनमेंट की डिलीवरी होती थी.

दिल्ली पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली में एक दुकान से 2,080 करोड़ रुपये मूल्य की 208 किलोग्राम कोकीन जब्त की है, जो एक सप्ताह में बरामद की गई मादक पदार्थों की दूसरी खेप है. नशीले पदार्थों को नाश्ते के प्लास्टिक पैकेट में छिपाकर रखा गया था और इन पैकेट पर ‘टेस्टी ट्रीट’ और ‘चटपटा मिक्सचर’ लिखा हुआ था. अब पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है.

दिल्ली में पुलिस ने 7 हजार करोड़ के ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा किया है. कोड वर्ड के जरिए डिलिवरी होती थी. साथ ही पुरानी फिल्मों की तरह आधे फटे नोट और उनके नंबर से कंसाइनमेंट की डिलीवरी होती थी. कोकीन का कंसाइनमेंट दो बार में दिल्ली में पहुंचा था. कार्टेल के मेंबर कंसाइनमेंट आने पर एक्टिव हो जाते थे.

कार्टेल के हर सदस्य का काम और हिस्सा विदेश में बैठा आका तय करता था. कोकीन को दोबारा पैक किया जाता था. कार्टेल के लोग आपस मे बात करने के लिए पेड ऐप का उपयोग करते थे. गिरफ्तार आरोपी तुषार ने दो बार में दिल्ली एनसीआर से डिलीवरी लिया था. खास बात यह है कि कार्टेल के ज्यादातर सदस्य आपस में एक दूसरे से अनजान थे.

दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक ड्रग्स के इस अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट के मास्टरमाइंड वीरेंद्र बसोया ने लंदन से 2 लोग भेजे थे. एक जिमी था, जो 5600 करोड़ की ड्रग्स ठिकाने लगाने आया था. उसने 17 सितम्बर को तुषार से डिलीवरी ली थी. दूसरा एक और शख्स था, जो आज पकड़ा गया. 2000 करोड़ की कोकीन को ठिकाने लगाने आया था. उसने 16 सितम्बर को तुषार और सैफी नाम के शख्स ड्रग्स की डिलीवरी ली थी.

अधिकारी ने बताया कि उसने कुछ दिन पहले ही दुकान किराए पर ली थी. उन्होंने बताया कि दुकान के मालिक समेत दो लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई है. संदेह है कि आरोपी मादक पदार्थ की खेप देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाना चाहता था. लेकिन पुलिस द्वारा दो अक्टूबर को नशीले पदार्थ जब्त किए जाने के बाद वह भाग गया.
 

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