75th Republic day of India: देश के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां मुख्य अतिथि होंगे। समारोह में शामिल होने के लिए प्रेसिडेंट मैक्रां गुरुवार को यहां पहुंचे। देर शाम को पीएम मोदी और इमैनुएल मैक्रां ने जयपुर में रोड शो किया और कई ऐतिहासिक स्थलों से रूबरू हुए।
आमेर किला का किया दौरा
इमैनुएल मैक्रॉन ने आमेर किले का दौरा किया। यहां मैक्रां के सम्मान में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उनके साथ सीएम भजन लाल शर्मा, डिप्टी सीएम राजकुमारी दीया कुमारी, केंद्रीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर भी मौजूद रहे।
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां, पीएम नरेंद्र मोदी के साथ देर शाम को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल जंतर-मंतर पहुंचे। इसके बाद दोनों नेताओं ने जंतर-मंतर से सांगानेरी गेट तक एक विशाल संयुक्त रोड शो किया और हवा महल में रुके।
चाय पर चर्चा
हवा महल में प्रधानमंत्री मोदी के साथ इमैनुएल मैक्रां ने चाय पर चर्चा की। यहां हवा महल में जयपुर की विशेष मसाला चाय पेश किया गया। इसके अलावा वे ब्लू पॉटरी और प्रसिद्ध जड़ाऊ काम जैसी हस्तशिल्प वस्तुओं का अवलोकन किया। पीएम मोदी ने उनको भीम यूपीआई की विशेषता समझाई। प्रधानमंत्री ने अयोध्या श्रीराम मंदिर की रेप्लिका गिफ्ट की। गणमान्य व्यक्तियों को देखने के लिए हवा महल के निकट हस्तशिल्प कियोस्क स्थापित किए गए हैं।
रामबाग पैलेस में मैक्रां ने प्राइवेट डिनर किया। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हुए। शुक्रवार को गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
फ्रांस के साथ कई रक्षा डील
इमैनुएल मैक्रां की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब केंद्र और फ्रांसीसी सरकार सेना के लिए फ्रांसीसी लड़ाकू विमानों और पनडुब्बियों के लिए अरबों डॉलर की डील्स कर रहे हैं। द्विपक्षीय वार्ता में भारत की 26 राफेल लड़ाकू विमानों और तीन स्कॉर्पियन पनडुब्बियों की प्रस्तावित खरीद पर भी चर्चा होगी। फ्रांस भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता है।
अंतिम पलों में निमंत्रण को किया स्वीकार
इस बार गणतंत्र दिवस पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन को मुख्य अतिथि बनाने के लिए आमंत्रित किया गया था। लेकिन अंतिम क्षणों में प्रेसिडेंट बिडेन ने इनविटेशन को अस्वीकार कर दिया। व्हाइट हाउस के प्रेसिडेंट के कार्यक्रम को नहीं देने के बाद भारत ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां को मुख्य अतिथि बनने के लिए अंतिम पलों में इनविटेशन भेजा। राष्ट्रपति मैक्रॉन ने गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अंतिम समय में निमंत्रण स्वीकार कर लिया। इसे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती के प्रतीक के रूप में देखा गया। पीएम मोदी पिछले साल जुलाई में फ्रांस के बैस्टिल दिवस समारोह में अतिथि थे।
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