Ajit Pawar split NCP: एनसीपी तोड़ने के बाद एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए महाराष्ट्र के नवनियुक्त उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि देश में जो राजनीतिक परिस्थिति है, उसे देखते हुए विकास को महत्व देना जरूरी हो गया था। नौ साल से नरेंद्र मोदी विकास के लिए बड़ा काम कर रहे हैं। ऐसे में देश के विकास के लिए मैं साथ आया हूं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल आपस में ही उलझे हुए हैं। वह देश के लिए कुछ कर नहीं सकते हैं। विकास के लिए मोदी के साथ आना चाह रहा था। हम सबने मिलकर यह निर्णय लिया कि विकास का साथ देना चाहिए। महाराष्ट्र का विकास हम सबका ध्येय है।
देश को एक लीडर की जरूरत
अजीत पवार ने कहा कि आजादी के बाद एक लीडर के नेतृत्व में देश आगे बढ़ता है। देश सिर्फ एक नेतृत्व से चलता है। आजादी के समय से देखें जवाहर लाल नेहरू हों, सरदार बल्लभ भाई पटेल ने देश चलाया। उसके बाद देखें इंदिरा जी का काल देखें। इमरजेंसी के बाद इंदिराजी को हटाने के लिए खिचड़ी नेताओं ने सरकार बनाई लेकिन वह ढाई साल बाद ही खत्म हो गया। फिर से इंदिरा जी आईं। इसके बाद राजीव गांधी आए। अलग-अलग गुट को एक करके देश चलाने की कोशिश हुई लेकिन सफल नहीं हुई। एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 9 साल से देश चल रहा है। वह देश ही नहीं विदेश में भी पापुलर हैं। वह लगातार विकास पर ध्यान दे रहे हैं।
लोग क्या कह रहे हम पर कोई असर नहीं
अजीत पवार ने कहा कि केंद्र के फंड से महाराष्ट्र का विकास हो, इसलिए हम सब साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि लोग क्या कहते हैं इसका हम सबपर कोई असर नहीं है। हम महाराष्ट्र की जनता और विकास के लिए साथ आए हैं।
आगे से सभी चुनाव हम एनसीपी के सिंबल पर लड़ेंगे
अजीत पवार ने कहा कि हम विकास के लिए यहां साथ आए हैं। हम सभी विधायक एकजुट हैं। भविष्य में जिला परिषद से लेकर लोकसभा चुनाव तक हम एनसीपी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जब हम 2019 में शिवसेना के साथ सरकार बना सकते हैं तो बीजेपी के साथ सरकार चलाने में क्या हर्ज है?
पार्टी में कोई फूट नहीं, एनसीपी के तौर पर हमने समर्थन दिया
महाराष्ट्र सरकार के नवनियुक्त मंत्री छगन भुगबल ने कहा कि हमने बीजेपी को बतौर एनसीपी के रूप में समर्थन दिया है। एनसीपी में किसी प्रकार की फूट नहीं है। हमने विकास के लिए यह समर्थन दिया है। एनसीपी का नाम और सिंबल हमारे साथ है। पीएम मोदी के काम को देखते हुए हमने समर्थन दिया है। हमारी पार्टी ने पहले ही कहा था कि अगले चुनाव में मोदी ही आने वाले हैं। तो क्यों न उनके साथ राज्य के विकास के लिए काम किया जाए। झगड़ा करके कोई समस्या हल करने की बजाय साथ होकर समस्या का समाधान होना चाहिए। भुजबल ने कहा कि कुछ लोग कहेंगे ईडी की जांच से बचने के लिए हमने समर्थन दिया है लेकिन बता दें कि कई लोग ऐसे भी हैं जिनके खिलाफ कोई जांच नहीं है।
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