Anju Nasrulla love story: अंजू ने पाकिस्तान पहुंच अपनाया इस्लाम, प्रेमी से किया निकाह, बलिया में पिता ने किया शॉकिंग खुलासा

Anju Nasrulla love story: भारत से पाकिस्तान पहुंची अंजू ने नसरुल्लाह के साथ शादी कर ली है। अंजू ने ईसाई धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपना लिया और नया इस्लामी नाम फातिमा रख लिया। मंगलवार (25 जुलाई) को दोनों की शादी का वीडियो भी सामने आया है। इसको लेकर उसके पिता का बयान सामने आया है।

पिता ने जो कहा वह शॉकिंग…

अंजू के पिता गया प्रसाद थॉमस का कहना है कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है, मुझे क्या पता। जो लड़की घर से चली गई, वह हमारे लिए मर गई। अंजू के मां से अंजू की बातचीत होती रहती है, मुझसे ज्यादा बातचीत नहीं होती है। हालांकि, जब गया प्रसाद से अंजू के धर्म परिवर्तन के बारे में पूछा गया तो वह भड़क गए।

उन्होंने कहा कि बीच में यह धर्म की बात कहां से आ गई। मैं कोई ज्योतिष नहीं हूं, जो उसके दिमाग को समझूंगा। उसके दिमाग में क्या चल रहा है। इसकी जानकारी मुझे कैसे पता लगेगी। उन्होंने कहा है कि हमारी तरफ से कोई दवाब नहीं है। मेरी तरफ से न ही घर वापस आने का दबाव है और न ही उससे बात करने का दबाव है।

बलिया में अंजू का पैतृक गांव

बलिया के खरगपुरा गांव अंजू के पति अरविंद रहते हैं। अंजू के पाकिस्तानी मित्र नसरुल्ला ने सोमवार को कहा था कि अंजू वीजा की अवधि पूरी होने पर 20 अगस्त को स्वदेश लौट जाएगी। नसरुल्ला ने अंजू से प्रेम संबंध होने के दावों को भी खारिज कर दिया है। नसरुल्ला (29) ने कहा कि उसकी 34 वर्षीय अंजू से विवाह करने की कोई योजना नहीं है। नसरुल्ला और अंजू की दोस्ती 2019 में फेसबुक के माध्यम से हुई थी।

यूपी में जन्मी अंजू राजस्थान के अलवर में रहती थी। अंजू की 15 साल की बेटी और छह साल का बेटा है। उसका ससुराल बलिया जिला मुख्यालय से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर रसड़ा-मऊ राजमार्ग से सटे खरगपुरा गांव में है। बलिया के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने मंगलवार को कहा, ‘‘हमें मीडिया के जरिए इस मामले की जानकारी मिली. इस मामले में पुलिस से जानकारी प्राप्त की जा रही है।”ब

बलिया आना जाना बिल्कुल हो गया था खत्म

रसड़ा के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) मोहम्मद फहीम कुरैशी ने बताया कि अरविंद मूल रुप से बलिया जिले के रसड़ा थाना क्षेत्र में परसिया ग्राम सभा के खरगपुरा का निवासी है लेकिन उसका परिवार राजस्थान में ही रहता है। सीओ कुरैशी ने बताया कि अरविंद का जन्म पैतृक गांव में हुआ था और वह ईसाई धर्म स्वीकार कर चुका है।अरविंद के पिता शिवनाथ भिवाड़ी में काम करते थे और उसका अपने पैतृक गांव से कोई जुड़ाव नहीं रहा। 2014 के बाद से अरविंद कभी अपने पैतृक गांव नहीं आया है। अरविंद एवं अंजू की शादी 2007 में राजस्थान के भिवाड़ी में हुई थी और अंजू पहली बार 2014 में रिश्ते के अपने देवर अनूप की शादी में शामिल होने के लिए अपने ससुराल आई थी।

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