Bharat Ratna: पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न सम्मान देने का ऐलान हुआ है। केंद्र सरकार के फैसले की जानकारी पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर दी है। लोकसभा चुनाव के पहले भारत रत्न देकर बीजेपी ने कई प्रदेशों के कद्दावर नेताओं और वोटबैंक को साधने की कोशिश की है। पीएम मोदी ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा करते हुए पीएम ने एक्स पर पोस्ट किया कि हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है।
पीवी नरसिम्हा राव ने देश को समृद्धि करने में भूमिका निभाई
नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा करते हुए पीएम ने एक्स पर पोस्ट किया, “यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव गरू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने विद्वान और राजनेता के रूप में भारत की बड़ी सेवा की। उन्होंने अपनी दूरदर्शी नेतृत्व से भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने और समृद्धि करने में भूमिका निभाई। उनका नेतृत्व विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था। पीएम के रूप में नरसिम्हा राव ने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोला, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला।”
स्वामीनाथन ने भारतीय कृषि को बदला
डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा करते हुए पीएम ने एक्स पर पोस्ट किया, “डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित करना बेहद खुशी की बात है। चुनौतीपूर्ण समय में उन्होंने भारत को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वामीनाथन ने भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में बेहतरीन काम किया। डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की।”
चौधरी चरण सिंह और डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देकर केंद्र सरकार ने किसानों को प्रभावित करने की कोशिश की है। चौधरी चरण सिंह बड़े किसान नेता थे। कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन ने भारत के कृषि क्षेत्र में सुधार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्हें भारत में हरित क्रांति का जनक कहा जाता है। नरसिम्हा राव और डॉ. एमएस स्वामीनाथन दक्षिण भारत से हैं।