Cyrus Mistry died in accident: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। मुंबइ से 100 करीब किलोमीटर दूर पालघर क्षेत्र में यह हादसा हुआ। मिस्त्री टाटा ग्रुप के छठवें चेयरमैन थे। उनके पिता भी बिजनेस के टॉप टाइकून रहे हैं। साइरस मिस्त्री के निधन के बाद बिजनेस क्षेत्र की हस्तियां उनको श्रद्धांजलि दे रही हैं। Cyrus Mistry के निधन पर पीएम मोदी, Rahul Gandhi, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले आदि ने शोक जताया है।
हाईवे की डिवाइडर पर चढ़ा दी गाड़ी
साइरस मिस्त्री अपनी मर्सिडीज कार से जा रहे थे। मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर पालघर के कासा के पास डिवाइडर से उनकी गाड़ी टकरा गई। कार में चार लोग सवार थे। इस हादसे में साइरस मिस्त्री समेत दो लोगों की मौत हो गई। मिस्त्री जिस मर्सिडीज कार में थे उसका नंबर MH-47-AB-6705 है। पालघर के एसपी बालासाहेब पाटिल ने बताया कि साइरस मिस्त्री का एक्सीडेंट रविवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अहमदाबाद से मुंबई के रास्ते में सूर्या नदी पुल पर हुआ। दो लोगों की जान चली गई है जबकि दो लोग गंभीर हैं।
डॉ.अनायता चला रहीं थी कार, साइरस मिस्त्री बैठे थे पीछे
साइरस मिस्त्री जिस मर्सिडीज कार में जा रहे थे। उस वक्त कार में चार लोग थे। एक स्वयं साइरस मिस्त्री और उनके अलावा जहांगीर दिनशा पंडोले, मशहूर डॉक्टर अनायता पंडोले और उनके दरीयस पंडोले। साइरस और जहांगीर की हादसे में जान चली गई जबकि दो घायल हैं। इनका इलाज चल रहा है। एक्सीडेंट के वक्त कार अनायता पंडोले ड्राइव कर रहीं थीं। अनायता मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ होने के साथ साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। दरीयस बिजनेसमैन हैं। दरीयस के बड़े भाई जहांगीर थे। चारों लोग उदवाड़ा अग्नि मंदिर से लौट रहे थे। अहमदाबाद से मुंबई आते वक्त यह हादसा हुआ।
टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनें लेकिन विवादों में घिरे
रतन टाटा ने जब टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से रिटायरमेंट की घोषणा की थी तो टाटा ने किसी बाहरी को चेयरमैन पद के लिए तलाश शुरू कर दी थी। इसके बाद साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप का छठवां चेयरमैन नियुक्त किया गया। लेकिन चार साल के भीतर ही विवाद में उनकी नियुक्ति आ गई। टाटा ग्रुप ने 24 अक्टूबर 2016 को चेयरमैन पद से हटा दिया। एक बार फिर रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया। हालांकि, 12 जनवरी 2017 को एन चंद्रशेखर को नया चेयरमैन बनाया गया। टाटा ग्रुप का आरोप था कि साइरस मिस्त्री टाटा ग्रुप की वर्किंग स्टाइल को फॉलो नहीं करते हैं। ग्रुप और चेयरमैन की वर्किंग स्टाइल में कोई मेल ही नहीं है। इस वजह से कंपनी को परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्रुप के बोर्ड मेंबर्स का भी भरोसा चेयरमैन पर नहीं रहा।