October 28, 2024
Dhanteras 2024: इस मुहूर्त में घर पर ले आएंगे सोना, चांदी या आभूषण तो मान्यतानुसार मिलेगी समृद्धि

Dhanteras 2024: इस मुहूर्त में घर पर ले आएंगे सोना, चांदी या आभूषण तो मान्यतानुसार मिलेगी समृद्धि​

Dhanteras Shopping Muhurt: हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है. ऐसे में धनतेरस के मौके पर किस समय आपको खरीदारी करनी चाहिए और किस समय पूजा अर्चना की जा सकती है, जानें यहां.

Dhanteras Shopping Muhurt: हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है. ऐसे में धनतेरस के मौके पर किस समय आपको खरीदारी करनी चाहिए और किस समय पूजा अर्चना की जा सकती है, जानें यहां.

Dhanteras 2024: पांच दिनों तक चलने वाली दीपावली की शुरुआत धनतेरस के साथ होती है. सनातन धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व होता है. कहते हैं कि इस दिन मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi), भगवान कुबेर और धनवंतरी की उपासना करने से जीवन में कभी भी आर्थिक समस्याएं नहीं आती हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है और त्रयोदशी पूजन प्रदोष काल में होता है. ऐसे में जानिए इस साल धनतेरस पर किस समय खरीदारी का शुभ योग है और किस मुहूर्त में धनतेरस की पूजा संपन्न की जा सकती है.

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धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त | Dhanteras Shopping Shubh Muhurt

धनतेरस का पावन दिन कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है, जो इस बार 29 अक्टूबर, मंगलवार को 11:09 पर शुरू होगा और इसका समापन 30 अक्टूबर को दोपहर 1:13 पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार गणना की जाए तो 29 तारीख को ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा. खरीदारी (Shopping) के लिए सबसे अच्छा समय सुबह 11:09 से लेकर 1:22 तक रहेगा. इसके बाद दोपहर में 2:47 से लेकर शाम 7:08 तक भी खरीदारी का समय उत्तम माना जा रहा है. घरेलू सामान की खरीदारी के लिए आप रात को 8:45 से पूरी रात कभी भी खरीदारी कर सकते हैं.

धनतेरस पर लक्ष्मी-कुबेर की पूजा का समय

धनतेरस पर पूजा करने का शुभ समय शाम को 5:34 से लेकर 7:08 तक रहेगा. इस दौरान लक्ष्मी कुबेर की पूजा करना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि धनतेरस पूजा करने के लिए चौघड़िया मुहूर्त नहीं देखा जाता है. धनतेरस के दिन लक्ष्मी कुबेर की पूजा प्रदोष काल (Pradosh Kaal) के दौरान करना ही उत्तम माना जाता है. प्रदोष काल वह समय होता है जो सूर्यास्त के बाद शुरू होता है और करीब ढाई घंटे तक रहता है. यह शाम को 5:37 से शुरू होकर 8:12 तक रहेगा, इसके बाद वृषभ काल 6:30 से लेकर 8:26 तक रहेगा. इस दौरान आप धनतेरस की पूजा कर सकते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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