November 24, 2024
Electoral Bonds

चुनावी बॉन्ड के जरिए चंदा देने वाली टॉप 10 कंपनियों के नाम जानते हैं आप? क्या पाकिस्तान की हब पॉवर कंपनी ने भी दिया है चंदा?

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद चुनावी बॉन्ड से चंदा देने वाली कंपनियों के नाम सामने आने के बाद हंगामा मचा हुआ है।

Electoral Bond Data: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद आनन फानन में इलेक्टोरल बॉन्ड का सारा डेटा सामने आ चुका है। चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर 12 अप्रैल 2019 से 2024 तक खरीदे गए चुनावी बॉन्ड के डिटेल दे दिए हैं। बॉन्ड डिटेल सामने आने के बाद आरोप प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो चुका है। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने आरोप लगाया है कि सबसे अधिक चंदा देने वाली दो कंपनियों के खिलाफ केंद्र सरकार ने ईडी से कार्रवाई करवाकर चंदा लिया। उधर, पाकिस्तान की कथित हब पॉवर कंपनी का भी नाम इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वालों में होने से भी हंगामा मचा हुआ है। आरोप लग रहे हैं कि हब पॉवर कंपनी ने पुलवामा हमला के बाद चंदा दिया और उसे स्वीकार किया गया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि हब पॉवर कंपनी पाकिस्तान की है या लोकल कोई कंपनी है।

सात सौ पेज से अधिक में है डिटेल

बॉन्ड खरीदकर दान देने वाली कंपनियों के नाम व डोनेट किया गया अमाउंट 337 पेज में है। इसमें कंपनियों के नाम, उन्होंने कितने का बॉन्ड खरीदा और कब-कब खरीदा? इसका डिटेल है। कब किस राजनैतिक दल ने कितने का बॉन्ड कैश कराया है उसकी तारीख सहित सारी डिटेल है। यह लिस्ट 426 पेज की है।

टॉप टेन दान देने वाली कंपनियों में पहले नंबर पर लॉटरी किंग की कंपनी

टॉप टेन डोनर्स में सबसे पहले नंबर पर फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेस पीआर का नाम है। इसने 1368 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। इसके अलावा मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 966 करोड़ रुपये तो क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड ने 410 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे हैं।

वेदांता, हल्दिया ग्रुप, भारती ग्रुप सब टॉप टेन में…

वेदांता लिमिटेड ने 400 करोड़ रुपये तो हल्दिया एनर्जी लिमिटेड ने 377 करोड़ तो भारती ग्रुप ने 247 करोड़ रुपये की बॉन्ड खरीदी है। एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 224 करोड़, वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड ने 220 करोड़, केवेंटर फूडपार्क इंफ्रा लिमिटेड ने 195 करोड़ तो मदनलाल लिमिटेड ने 185 करोड़ रुपये दान किया।

अब जानिए क्या-क्या लगे अभी तक आरोप?

कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि दो बड़ी चुनावी बांड दानदाता एक लॉटरी कंपनी है। इसके खिलाफ ईडी ने आरोप पत्र दायर किया था। इन पर सिक्किम और नागालैंड सरकारों पर धोखा देने का आरोप है। दूसरी दानदाता मेघा इंफ्रा है जोकि एक मीडिया कंपनी पर कब्जा कर रही है और अब रक्षा क्षेत्र में भी फैल रही है। इसने 1200 करोड़ रुपये बीजेपी को बॉन्ड के माध्यम से दिए हैं।

सोशल मीडिया पर यह भी लगा है कि पुलवामा हमले के बाद चालीस जवानों का शोक जब पूरा देश मना रहा था तो पाकिस्तान की हब पॉवर कंपनी से चुनावी बॉन्ड से एक राजनैतिक दल ने पैसा लिया है। हब पॉवर कंपनी ने 95 लाख रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड लोकसभा चुनाव 2019 के आसपास खरीदे हैं।

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