October 12, 2024
Exclusive: एयर इंडिया के विमान ने 2 घंटे तक हवा में चक्कर काटे, खौफ को पायलटों ने कैसे संभाला

Exclusive: एयर इंडिया के विमान ने 2 घंटे तक हवा में चक्कर काटे, खौफ को पायलटों ने कैसे संभाला​

पायलटों ने तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर वापस लैंडिंग का फैसला तो कर लिया लेकिन लैंडिंग से पहले विमान का वजन कम करना था. लेकिन रिहायशी इलाकों से गुजरने की वजह से ईधन डंपिंग का ऑप्शन नहीं चुना गया.

पायलटों ने तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर वापस लैंडिंग का फैसला तो कर लिया लेकिन लैंडिंग से पहले विमान का वजन कम करना था. लेकिन रिहायशी इलाकों से गुजरने की वजह से ईधन डंपिंग का ऑप्शन नहीं चुना गया.

तिरुचिरापल्ली से शारजाह (Tiruchirappalli) जा रहे एक विमान के हाइड्रॉलिक सिस्टम में, शुक्रवार शाम उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद तकनीकी खराबी (Air India Express) आ गई और सुरक्षित लैंडिंग से पहले ईंधन और वजन कम करने के लिए आसमान में काफी देर तक विमान को चक्कर लगाना पड़ा. विमान में खराबी के बाद दो घंटे से ज्यादा समय तक उसे आसमान में रोके रखने (Mid-Air Scare Over Trichy) की खबर से जमीन पर रहने वालों को घबराहट हो सकती है, लेकिन कॉकपिट के अंदर चीजें कंट्रोल में ही थीं, ये जानकारी एयरलाइन के वरिष्ठ सूत्रों ने एनडीटीवी को दी. फ्लाइट AXB 613 ने शुक्रवार शाम 5.40 बजे तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली से उड़ान भरी और करीब 8.15 बजे उसी हवाई अड्डे पर उसे उतरना पड़ा.

विमान में आखिर हुआ क्या था?

सूत्रों के मुताबिक, विमान, बोइंग 737-800 में क्रू मेंबर समेत 141 लोग सवार थे. इसके उड़ान भरने के बाद हाइड्रोलिक फेलियर की वजह से वह लैंड ही नहीं कर पा रहा था. घंटों आसमान में चक्कर काटते रहने के बाद आखिरकार उसकी सफल लैंडिंग करवाई गई.

हाइड्रोलिक सिस्टम से तेल निकल रहा था

जब लैंडिंग गियर में खराबी का पता चला तो कॉकपिट मास्टर ने सावधानी बरतनी शुरू की. सेंसरों से पता चला कि हवाई जहाज़ के पहिये को नियंत्रित करने वाले हाइड्रोलिक सिस्टम से तेल निकल रहा है. उड़ान भरने के कुछ देर बाद विमान की हाइड्रॉलिक प्रणाली (लैंडिंग में इस्तेमाल ब्रेक, लैंडिंग गियर समेत अन्य उपकरणों को नियंत्रित करने वाली प्रणाली) में खराबी आ गई.

विमान की कैसी हुई इमरजेंसी लैंडिंग?

पायलटों ने तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर वापस लैंडिंग का फैसला किया. विमान को हल्का तो करना था, लेकिन रिहायशी इलाकों से गुजरने की वजह से ईधन डंपिंग का ऑप्शन नहीं चुना गया, जब कि पहले ईधन डंपिंग के बारे में विचार किया जा रहा था. विमान के रिहायशी इलाकों से गुजरने की वजह से ऐसा नहीं किया गया.

इस बीच, इमरजेंससी लैंडिंग के लिए तैयारी पूरी कर ली गई. तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे के निदेशक गोपालकृष्णन ने बताया कि लैंडिंग से पहले 20 एम्बुलेंस और 18 दमकल की गाड़ियों को तैयार रखा गया था. इस दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने भी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया था. विभाग पूरे हालात पर बाराीकी से नजर बनाए हुए था.

‘कारण की जांच करेंगे’

एअर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह यह साफ करना चाहते हैं कि परिचालन दल इमरजेंसी स्थिति घोषित नहीं की थी. तकनीकी गड़बड़ी की खबर मिलने के बाद विमान ने सुरक्षित लैंडिंग करने से पहले रनवे की लंबाई को ध्यान में रखते हुए ईंधन और वजन कम करने के लिए एहतियात के तौर पर निर्दिष्ट क्षेत्र में कई बार चक्कर लगाया.

उन्होंने कहा कि गड़बड़ी की वजह की उचित जांच की जाएगी. यात्रियों की आगे की यात्रा के लिए एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था भी की गई. इसके साथ ही उन्होंने असुविधा के लिए खेद जताते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है.

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