October 13, 2024
Exclusive : 'टारगेट बाबा सिद्दीकी' को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने की थी रेकी, खर्चे के लिए मिले थे 50 50 हजार रुपये

EXCLUSIVE : ‘टारगेट बाबा सिद्दीकी’ को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने की थी रेकी, खर्चे के लिए मिले थे 50-50 हजार रुपये​

बाबा सिद्दीकी की हत्‍या Baba Siddique Murder) मामले में फरार शिव कुमार उर्फ शिवा उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का रहने वाला है. वह पिछले कई महीनों से पुणे के हड़पसर इलाके में रह रहा था.

बाबा सिद्दीकी की हत्‍या Baba Siddique Murder) मामले में फरार शिव कुमार उर्फ शिवा उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का रहने वाला है. वह पिछले कई महीनों से पुणे के हड़पसर इलाके में रह रहा था.

बाबा सिद्दीकी हत्‍या (Baba Siddique Murder) मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. हत्‍या को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने महीनों तक रेकी की थी. वे बाबा सिद्दीकी की पल-पल की गतिविधियों का पता रखते थे और मौका मिलते ही उन्‍होंने अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे दिया. एनडीटीवी को सूत्रों से मिली एक्‍सक्‍लूसिव जानकारी में सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्‍या को ‘टारगेट बाबा सिद्दीकी’ (Target Baba Siddique) नाम दिया गया था. साथ ही सामने आया है कि आरोपी शिवा कुछ वक्‍त पहले ही लॉरेंस बिश्‍नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) के संपर्क में आया था.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस हत्याकांड के बाद फरार शिव कुमार उर्फ शिवा उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का रहने वाला है. वह पिछले कई महीनों से पुणे के हड़पसर इलाके में रह रहा था और नौकरी कर रहा था. हड़पसर में ही शिवा बिश्नोई गैंग के लोगों के संपर्क में आया था.

कम वक्‍त में ज्‍यादा पैसा कमाने का था लालच

उन्‍होंने बताया कि कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच में शिवा ने बाबा सिद्दीकी की सुपारी उठाई थी और गैंग द्वारा भेजे गए 2 अन्य आरोपियों के साथ वो “टारगेट बाबा सिद्दीकी” की सुपारी को अंजाम देने निकल पड़ा था. सुपारी लेने के बाद शिवा और अन्य दो आरोपी कुर्ला में रहने लगे थे.

सूत्रों ने बताया कि शिवा और उसके साथी ऑटोरिक्‍शा से हर रोज रेकी करने के लिए बांद्रा ईस्‍ट और बांद्रा वेस्‍ट जाया करते थे. इस दौरान आरोपियों ने पता लगाया कि बाबा सिद्दीकी और उसके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी कितने बजे घर से निकलते हैं और कितने बजे ऑफिस जाते है. साथ ही यह पता लगाया कि उन लोगों की दिनचर्या क्या रहती है.

रोजमर्रा के खर्चे के लिए मिले थे 50-50 हजार

सूत्रों के मुताबिक, तीनों आरोपियों को रोजाना के खर्चे के लिए 50-50 हजार रुपये दिए गए थे और बाकी पैसा काम होने के बाद मिलने वाला था. फरार संदिग्ध शिव कुमार की लास्ट मोबाइल लोकेशन पनवेल में दिखी है. शिवा कुर्ला से लोकल ट्रेन पकड़कर पनवेल गया. माना जा रहा है कि वह टैक्सी या ट्रेन पकड़कर पुणे निकल गया होगा.

मुम्बई क्राइम ब्रांच की 3 टीमें आज सुबह पुणे के लिए रवाना हो गई, जहां बिश्नोई गैंग के ही एक और संदिग्ध की तलाश भी क्राइम ब्रांच करने वाली है.

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