हरियाणा में बीजेपी को जो जीत मिली, उस पर पार्टी को हमेशा गुमान रहेगा. वहीं कांग्रेस की हार ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया कि पार्टी में आतंरिक कलह के अलावा उनकी हार के क्या प्रमुख कारण रहे. एक तरफ बीजेपी हरियाणा में जीत हासिल कर आत्मविश्वास से लबरेज दिख रही है. वहीं जम्मू कश्मीर की हार ने बीजेपी को बता दिया होगा कि स्थानीय लोगों के मुद्दे समझे बिना घाटी के लोगों के दिलों में जगह बनाना आसान नहीं.
हरियाणा और जम्मू कश्मीर के चुनाव नतीजे आ चुके हैं. जहां बीजेपी ने हरियाणा में कांग्रेस के सपने को तोड़ते हुए और 10 साल की सत्ता विरोधी लहर को बेअसर करते हुए शानदार जीत हासिल की और सत्ता की ‘हैट्रिक’ लगाई. वहीं, जम्मू-कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने बाद पहली बार कराए गए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने बाजी अपने नाम कर ली. अब दोनों राज्यों में नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो चुकी है. हरियाणा में जब लोग कांग्रेस की जीत का दावे कर रहे थे, तब बीजेपी ने ऐसी बाजी पलटी की सब देखते रह गए. हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. बीजेपी ने इस चुनाव में इतिहास रच दिया है, जिसकी मिसाल हर चुनाव में दी जाएगी. हरियाणा में 52 साल बाद कोई सरकार लगातार तीसरी बार सरकार बना रही है. वहीं जम्मू कश्मीर में बीजेपी की हार ने बता दिया है कि वहां के वोटर्स के बीच अपनी पकड़ बनाने के लिए बीजेपी को अभी लंबा इंतजार करना होगा.
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