Hydrogen Train: भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन रहा है। 2023-24 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.5 रहने का अनुमान है जो दुनिया के किसी भी विकसित देश से ज्यादा है। संभवत: इसमें रेलवे की भी बढ़ी भूमिका रहने वाली है। इसी क्रम में बीते दिन 1 जनवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह ध्यान में रखते हुए 2023-24 के आम बजट में भारतीय रेलवे का कायापलट करने के लिए 2.41 लाख करोड़ रुपए की बड़ी आवंटन राशि दिए जाने की घोषणा की। यह 2013-14 में रेलवे को प्रदान किए गए परिव्यय का नौ गुना है। बजट में इजाफा होने से भारतीय रेलवे के विकास की रफ्तार अब और अधिक बढ़ने वाली है। इस संबंध में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि अब भारत में ‘हाइड्रोजन ट्रेन’ चलेंगी।
हाइड्रोजन ट्रेन दिसंबर 2023 तक बनकर हो जाएगी तैयार
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आम बजट 2023-24 में भारतीय रेलवे के लिए अब तक का सबसे अधिक 2.41 लाख करोड़ रुपए के आवंटन को बड़ा बदलाव बताते हुए कहा कि यह यात्रियों की आकांक्षाओं को पूरा करने में मददगार होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे दिसंबर 2023 तक अपने नैरो गेज विरासत मार्गों पर हाइड्रोजन ट्रेनें चलाएगा।
भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनने में मिलेगी मदद
रेल मंत्री ने बुधवार को विजनरी बजट के लिए पीएम मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि आज विश्व भर में जैसी परिस्थितियां हैं उसमें भारत एक ब्राइट स्पॉट की तरह उभरा है। ऐसे में आज के बजट से भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे में निवेश की कई वर्षों से कमी थी जिसके कारण रेलवे की क्षमता हासिल नहीं हो पाती थी उसको पूरा करके आज 2 लाख 41 हजार करोड़ का रेलवे के लिए बजट आवंटन किया गया है। यह बहुत ही बड़ा बदलाव है। यह रेलवे के सालाना 800 करोड़ पैसेंजर की आकांक्षा को पूरा करने का बड़ा माध्यम बनेगा।
ग्रीन ग्रोथ, टूरिज्म, विश्व स्तरीय सुविधाओं पर खास फोकस
उन्होंने कहा कि बजट में ग्रीन ग्रोथ, टूरिज्म, विश्व स्तरीय सुविधाओं पर विशेष फोकस है। रेलवे स्टेशन यात्रियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1,275 स्टेशन का पुनर्विकास व्यापक ढंग से किया जा रहा है। इसमें नई दिल्ली, अहमदाबाद, कानपुर, लखनऊ, छत्रपति शिवाजी मुंबई टर्मिनल जैसे बड़े स्टेशन, पुरी, जोधपुर, जयपुर गांधी नगर जैसे मीडियम स्टेशन और छोटे स्टेशन शामिल हैं।
वंदे भारत ट्रेनों के उत्पादन को दिया जाएगा नया रूप
सेमी हाई स्पीड ट्रेन को लेकर रेल मंत्री ने कहा कि बजट में आवंटित राशि से वंदे भारत ट्रेनों के उत्पादन को नया रूप दिया जाएगा। अब आईसीएफ चेन्नई के अलावा, वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण हरियाणा के सोनीपत, महाराष्ट्र के लातूर और उत्तर प्रदेश के रायबरेली में भी किया जाएगा। यह वंदे भारत ट्रेनों से हर कोने को जोड़ने के प्रधानमंत्री मोदी के विजन को पूरा करेगी।
पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित होगी हाइड्रोजन ट्रेन
रेल मंत्री ने बजट की थीम में शामिल ग्रीन ग्रोथ को लेकर कहा कि हाइड्रोजन ट्रेन आत्मनिर्भर भारत की मिसाल है। उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन ट्रेन दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगी जोकि पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित होगी। पहले यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलेगी और बाद में अन्य स्थानों पर इसका विस्तार किया जाएगा।
रेलवे का 85% से अधिक नेटवर्क हो चुका विद्युतीकृत
ग्रीन ग्रोथ को लेकर उन्होंने आगे कहा कि रेलवे का 85 प्रतिशत से अधिक नेटवर्क विद्युतीकृत हो चुका है। अब बिजली भी ग्रीन तरीके से आए इसके लिए बड़े आकार में अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। आधारभूत संरचना के विकास के लिए कॉरिडोर अप्रोच लगाया जाएगा। इसमें एनर्जी कॉरिडोर जो पहाड़ी क्षेत्र हैं उनके लिए अलग कॉरिडोर, सागरमाला पोर्ट को जोड़ने के लिए, जनजातीय गौरव कॉरिडोर जो ट्राइबल एरिया को जोड़ने के लिए, सीमेंट कॉरिडोर, एनर्जी कॉरिडोर, आर्थिक कॉरिडोर और सोशल कॉरिडोर का संयोजन लेकर आधारभूत संरचना को विकसित किया जाएगा।
‘बुलेट ट्रेन’ पर भी विशेष फोकस
रेल मंत्री ने कहा कि हम ‘बुलेट ट्रेन’ पर अच्छी प्रगति कर रहे हैं। महाराष्ट्र में पहले कुछ राजनीतिक परिस्थितियों के कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अनुमति नहीं दी थी, अब सरकार बदलने के बाद सारी अनुमति मिल गई हैं। उन्होंने कहा कि इस साल बहुत फोकस रहेगा। महाराष्ट्र के खंड में भी बुलेट ट्रेन के काम में तेजी आएगी।