January 10, 2025
'india' गठबंधन को बनाने वाले ही क्यों चाह रहे 'द एंड'? उमर अब्दुल्ला ने बताया, कहां हो रहे फेल

‘INDIA’ गठबंधन को बनाने वाले ही क्यों चाह रहे ‘द एंड’? उमर अब्दुल्ला ने बताया, कहां हो रहे फेल​

उमर अब्दुल्ला ने कहा, "दिल्ली विधानसभा चुनावों में जो राजनीतिक दल मैदान में हैं, वे तय करें कि BJP का मुकाबला कैसे करना है. इससे पहले 2 बार लगातार AAP को वहां कामयाबी मिली थी, तो इस बार दिल्ली की जनता क्या फैसला करेगी उसके लिए हमें इंतजार करना होगा."

उमर अब्दुल्ला ने कहा, “दिल्ली विधानसभा चुनावों में जो राजनीतिक दल मैदान में हैं, वे तय करें कि BJP का मुकाबला कैसे करना है. इससे पहले 2 बार लगातार AAP को वहां कामयाबी मिली थी, तो इस बार दिल्ली की जनता क्या फैसला करेगी उसके लिए हमें इंतजार करना होगा.”

दिल्ली के विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Elections 2025) से पहले ऐसा लगता है कि विपक्षी दलों के INDIA अलायंस का The End होने वाला है. लोकसभा चुनाव 2024 में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने INDIA अलायंस के तहत दिल्ली की 7 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ा था. लेकिन अब AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि दिल्ली का विधानसभा चुनाव AAP और BJP के बीच है. इसमें INDIA अलायंस का कोई रोल नहीं है. केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के इस बयान पर कांग्रेस ने फिलहाल तो कोई रिएक्शन नहीं दिया है, लेकिन INDIA के सहयोगी उमर अब्दुल्ला ने इस पर अपनी बात रखी है. जम्मू-कश्मीर के CM और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने कहा कि अगर विपक्ष एकजुट नहीं है, तो INDIA अलायंस को खत्म कर देना बेहतर रहेगा.

INDIA में शामिल AAP और कांग्रेस ने दिल्ली, गोवा, गुजरात में साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ा था. दिल्ली में गठबंधन पूरी तरह से फेल रहा. सभी 7 सीटें BJP ने जीत ली थी. इसके बाद अब तक हुए सभी विधानसभा चुनावों में AAP और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा. हरियाणा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर दोनों पार्टियों की तल्खियां साफ दिखी थीं. अब दोनों पार्टियां दिल्ली चुनाव अलग-अलग लड़ रही हैं. ये दोनों पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी कर रही हैं.

उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस खुद ‘इंडिया’ का हिस्सा है. लेकिन उन्होंने 2024 के चुनावों के बाद इंडिया ब्लॉक के भविष्य को लेकर स्पष्टता की कमी पर दुख जताया. अब्दुल्ला ने कहा, “दिल्ली में क्या चल रहा है, इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है. हमारा दिल्ली चुनाव से कुछ लेना-देना नहीं है. जहां तक मुझे याद है कि INDIA अलायंस की कोई डेडलाइन नहीं थी.”

लीडरशिप, एजेंडे और मुद्दों पर कोई स्पष्टता नहीं
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “यह बदकिस्मती की बात है कि INDIA ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हुई है. नेतृत्व कौन करेगा? एजेंडा क्या होगा? गठबंधन कैसे आगे बढ़ेगा? इन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हुई है. इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि हम एकजुट रहेंगे या नहीं. इसी वजह से नेतृत्व, एजेंडा या हमारे अस्तित्व के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है. अगर ये गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था, तो इसे अब खत्म ही कर देना चाहिए.”

AAP में BJP को हराने की काबिलियत
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “दिल्ली विधानसभा चुनावों में जो राजनीतिक दल मैदान में हैं, वे तय करें कि BJP का मुकाबला कैसे करना है. इससे पहले 2 बार लगातार AAP को वहां कामयाबी मिली थी, तो इस बार दिल्ली की जनता क्या फैसला करेगी उसके लिए हमें इंतजार करना होगा.”

#WATCH | Jammu: J&K CM Omar Abdullah says, “… I cannot say anything about what’s going on in Delhi because we have nothing to do with Delhi Elections… As far as I remember, there was no time limit to the INDIA alliance. Unfortunately, no INDIA alliance meeting is being… pic.twitter.com/u9w9FazeJG

— ANI (@ANI) January 9, 2025

दरअसल, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने INDIA अलायंस को लेकर एक बयान दिया था. इसके बाद बिहार में कांग्रेस-RJD के महागठबंधन के अस्तित्व पर भी सवाल उठने लगे हैं. तेजस्वी ने कहा, “INDIA गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए बना था. जबकि बिहार में RJD का कांग्रेस के साथ पुराना गठबंधन है.”

INDIA अलायंस से कौन किसके साथ?
इस बीच दिल्ली चुनाव को लेकर INDIA में शामिल कुछ दलों ने AAP और कई दलों ने कांग्रेस को सपोर्ट किया है. पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने AAP को समर्थन देने की घोषणा की है. अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए ममता दीदी का शुक्रिया भी अदा किया है.

सपा में AAP को कर रही सपोर्ट
दूसरी ओर, INDIA में शामिल समाजवादी पार्टी ने भी AAP को सपोर्ट किया है. सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है. साथ ही यह भी साफ कर दिया है कि पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी.

अखिलेश यादव ने कहा, “जो भारतीय जनता पार्टी को हराएगा, सपा उसका साथ देगी. दिल्ली में कांग्रेस के पास मजबूत संगठन नहीं है, ऐसे में हमारा दल आम आदमी पार्टी को समर्थन देगा. मैं आम आदमी पार्टी के साथ मंच शेयर करूंगा. दिल्ली में BJP को AAP ही हरा पाएगी. ऐसे में जो BJP को हराएगा, सपा उसके साथ है.”

शिवसेना UBT भी AAP के साथ
AAP को शिवसेना UBT का भी सपोर्ट मिल चुका है. शिवसेना UBT नेता संजय राउत ने कहा कि BJP ने चुनाव से पहले प्रोजेक्ट लॉन्च किए और फिर 5 साल कुछ नहीं किया. दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल के साथ है. बता दें कि दिल्ली की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होनी है. 8 फरवरी को नतीजे आएंगे.

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