मुंबई: महाराष्ट्र के नए उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को कहा कि वह एक दिन मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं। उनकी यह टिप्पणी उनके चाचा और राकांपा प्रमुख शरद पवार के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करने के कुछ ही दिनों बाद आई है। दोनों पक्षों ने बुधवार को अलग-अलग मीटिंग्स बुलाकर शक्ति प्रदर्शन किया। दोनों ने एनसीपी पर अपना दावा किया।
सिंबल और पार्टी पर दोनों ने किया दावा
63 वर्षीय अजीत पवार ने पार्टी के नाम और प्रतीक पर दावा करते हुए चुनाव आयोग को एक अनुरोध भी प्रस्तुत किया। शरद पवार ने पलटवार करते हुए कहा कि सिंबल कहीं नहीं जाएगा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार और अजीत पवार गुटों ने आज अलग-अलग शक्ति प्रदर्शन बैठकें कीं। अजित पवार ने जहां 40 से ज्यादा विधायकों और एमएलसी के समर्थन का दावा किया, वहीं उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में करीब 29 विधायक मंच पर नजर आए। दूसरे गुट ने 17 विधायकों की परेड करायी। महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के 53 विधायक हैं।
सुप्रिया सुले ने की शरद पवार के साथ आने की अपील
इससे पहले, राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में बैठक में आने और आगे की राह पर शरद पवार से मार्गदर्शन लेने का आग्रह किया।
शरद पवार की राकांपा 83 वर्षीय शरद पवार के अनुभव और लोकप्रियता पर भरोसा कर रही है। वहीं अजीत पवार खेमा विधायकों से व्यावहारिक निर्णय लेने के लिए कह रहा है।
पोस्टर वार शुरू
मुंबई के विभिन्न हिस्सों में शरद पवार या अजित पवार के लिए समर्थन मांगने वाले पोस्टर लगे हैं। शरद पवार के आवास के बाहर लगे बैनरों में लोगों से “अकेले लड़ रहे 83 वर्षीय योद्धा” का समर्थन करने के लिए कहा गया।
अजित पवार खेमा भी राकांपा प्रमुख की तस्वीर का उपयोग कर रहा है, जबकि शरद पवार ने स्पष्ट रूप से उनसे ऐसा न करने के लिए कहा था।
कुछ विधायक अभी भी न्यूट्रल
कुछ विधायक दोनों स्थानों पर पहुंचे हैं, जो लोग आज की बैठकों से दूर रहे, वे तब महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं जब चुनाव आयोग एनसीपी के नाम और प्रतीक पर फैसला करेगा।
पिछले हफ्ते एक चौंकाने वाले कदम में, अजीत पवार ने विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया। कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। आठ अन्य राकांपा विधायकों ने भी मंत्री के रूप में अजीत पवार के साथ शपथ ली। राज्य सरकार जल्द ही कैबिनेट विस्तार की घोषणा करेगी जिसमें कुछ और विधायक मंत्री बन सकते हैं।
अयोग्यता की कार्रवाई अजीत पवार व 8 विधायकों के खिलाफ शुरू होगी
शरद पवार की पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष एक याचिका दायर कर अजित पवार और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले 8 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है।
भले ही अजित पवार 53 में से 50 विधायकों को लाने में कामयाब हो जाएं, फिर भी अयोग्यता की कार्यवाही शुरू की जा सकती है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मूल राजनीतिक दल का 10वीं अनुसूची के तहत विलय होना चाहिए और विधायक दल किसी राजनीतिक दल से स्वतंत्र नहीं हो सकता। इसलिए अजित पवार के शक्ति प्रदर्शन का अयोग्यता की कार्यवाही पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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