Cash for Query में ED ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस किया दर्ज

Mahua Moitra Money Laundering case: तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। ईडी ने कैश फॉर क्वेरी केस में टीएमसी की बर्खास्त सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर लिया है। जांच एजेंसी ने हाल ही में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन मामले में पूछताछ के लिए मोइत्रा को एक नया समन जारी किया था लेकिन उन्होंने नजरअंदाज कर दिया।

ED सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय जांच एजेंसी, एनआरआई खाते से जुड़े लेनदेन पर उनसे पूछताछ करना चाहती है। ईडी पूछताछ के लिए तीन बार समन कर चुकी है लेकिन महुआ मोइत्रा ने शेड्यूलिंग विवाद की वजह से समन पर नहीं पहुंची। महुआ मोइत्रा ने इस मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है।

पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से जीता था चुनाव

महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल की एक तेज-तर्रार नेता हैं। कृष्णानगर संसदीय सीट से टीएमसी के टिकट पर वह 2019 में चुनाव जीत कर सांसद बनीं थीं। संसद में वह अपनी बेहतरीन भाषण शैली के लिए जानी जाती हैं। बीते साल उन पर कैश फॉर क्वेरी का आरोप लगा था। महुआ मोइत्रा पर आरोप था कि उन्होंने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे व महंगे गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछे थे।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि अडाणी और पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए महुआ मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर सवाल पूछे। महुआ मोइत्रा ने अपनी संसदीय ईमेल आईडी का लॉगिन पॉसवर्ड शेयर किया था।

संसद की एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश की थी, इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महुआ मोइत्रा को दिसंबर 2023 में संसद से बर्खास्त कर दिया था। हालांकि, एथिक्स कमेटी के विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष पर एकतरफा तरीके से बिना बहस किए रिपोर्ट पास करने का आरोप लगाया था।

फिर से प्रत्याशी हैं महुआ मोइत्रा

महुआ मोइत्रा एक बार फिर कृष्णानगर संसदीय सीट से प्रत्याशी हैं। टीएमसी इस सीट पर जीत के लिए आश्वस्त हैं।