TMC Chief Mamata Banerjee on Congress defeat: तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने पांच राज्यों में हुए चुनाव के रिजल्ट आने के बाद बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सीट शेयरिंग सही तरीके से INDIA गठबंधन के साथ न करने की वजह से चुनाव हार गई। यह जनता की नहीं बल्कि सिर्फ कांग्रेस की हार है। कांग्रेस के खराब मैनेजमेंट ने चुनाव हराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तेलंगाना के अलावा तीन अन्य राज्य भी जीती रहती लेकिन INDIA के सदस्यों का साथ न लेना भारी पड़ गया।
INDIA के सदस्य दलों ने वोटों का बंटवारा कर दिया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने तेलंगाना जीत लिया है। उसी तरह वे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जीत गए होते। लेकिन कुछ वोट INDIA की सदस्य पार्टियों ने काटे। यह सच है। हमने सीट-बंटवारे की व्यवस्था का सुझाव दिया था। वोटों के बंटवारे के कारण वे हार गए। उन्होंने कहा कि विचारधारा के साथ साथ आपको एक रणनीति की भी आवश्यकता होती है। अगर सीट-बंटवारे में सही मैनेजमेंट होगा तो बीजेपी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी।
गलतियों से सीखेंगे…
ममता बनर्जी ने कहा कि पांच राज्यों में हुए चुनाव के दौरान जो गलतियां हुई हैं उससे हम सीखेंगे। उन गलतियों को सुधारेंगे। विपक्षी दलों का भारतीय गठबंधन अगले साल आम चुनाव से पहले मिलकर काम करेगा और गलतियों को सुधारेगा।
राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद आया बयान
पांच राज्यों राजस्थान, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम में विधनानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए हैं। यहां तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिली है जबकि दो राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सत्ता गंवा दी है। यहां बीजेपी को जीत मिली है। जबकि कांग्रेस मध्य प्रदेश में बीजेपी को सत्ता से हटाने में नाकाम रही। मिजोरम में भी नई पार्टी को जीत मिली है। कांग्रेस को महज एक सीट मिली है। विधानसभा चुनाव में INDIA के सहयोगी दलों में समन्वय का अभाव दिखा। मिलकर चुनाव लड़ने के बजाय कांग्रेस अलग चुनाव लड़ी। जबकि कई सहयोगी दलों ने भी चुनाव में ताल ठोकी थी। विशेषज्ञों की मानें तो INDIA दलों के चुनाव मैदान में आने से काफी सीटों पर वोटों का बंटवारा हुआ और इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिला।
सहयोगी दलों ने कांग्रेस की आलोचना की
जनता दल-यूनाइटेड के केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस ने INDIA की अन्य पार्टियों को नजरअंदाज किया लेकिन अपने दम पर जीतने में असमर्थ रही। केरल के मुख्यमंत्री और सीपीएम नेता पिनाराई विजयन ने कहा कि हिंदी पट्टी में बीजेपी से मुकाबला करते समय साथ मिलकर लड़ना जरूरी है।