Parliament Mansoon Session: संसद का मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा पर चर्चा नहीं होने की वजह से सदन लगातार स्थगित हो रहा है। इस मुद्दे पर गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ। लोकसभा शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी की। महज छह मिनट में ही लोकसभा स्पीकर ने दोपहर दो बजे तक सदन स्थगित कर दिया।
राज्यसभा में पक्ष-विपक्ष दोनों ने की खूब नारेबाजी
राज्यसभा में भी विपक्ष के सांसद तख्तियां लेकर पहुंचे और प्रधानमंत्री सदन में आओ, सदन में आके कुछ तो बोलो, प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो… जैसे नारे लगाते देखे गए। विपक्ष के नारेबाजी के जवाब में एनडीए सांसदों ने भी मोदी-मोदी के नारे लगाए। दोनों तरफ से करीब 10 मिनट तक नारेबाजी हुई।
काले कपड़े पहनकर पहुंचे विपक्षी सांसद
गुरुवार को I.N.D.I.A के सभी सांसद काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे। विपक्षी सांसदों ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर अपना विरोध जताने के लिए यह निर्णय लिया है।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद कांग्रेस ने अपने राज्यसभा सांसदों को गुरुवार (27 जुलाई) को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया। इसमें कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों को पूरे दिन सदन में मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
क्या कहा विपक्षी नेताओं ने?
कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि हमारी मांग थी कि पीएम खुद आकर बोले। पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे हैं। हमें मजबूरन अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। ये हमारी मजबूरी है। हम जानते हैं कि इससे सरकार नहीं गिरेगी। सपा नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि कोई विरोध प्रदर्शन नहीं होगा। हर कोई काले कपड़े पहनेगा या अपनी बांह पर काला कपड़ा बांधेगा। हम चिंतित हैं क्योंकि मणिपुर की सीमा म्यांमार से लगती है, जहां सैन्य शासन है और आतंकवादियों को पनाह देता है।
जेडीयू ने राज्यसभा में अपने सांसदों को दिल्ली सेवाओं पर केंद्र के विधेयक के खिलाफ वोटिंग करने के राज्यसभा में मौजूद रहे व्हिप जारी किया है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने राज्यसभा में होने वाली बिजनेस एडवायजरी कमेटी (BAC) की बैठक का बॉयकॉट कर सकता है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भारत-चीन बॉर्डर के हालात पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
कांग्रेस ने पेश किया नो-कॉन्फिडेंस मोशन
मानसून सत्र के पांचवें दिन 26 जुलाई को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। स्पीकर ने नियमों के तहत 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के बाद कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय, सभी दलों से बातचीत के बाद तय करेंगे।
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