प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संक्रांति और पोंगल के लिए शुभकामनाएं दीं और सभी के सुख, अच्छे स्वास्थ्य और आने वाले फसल के समृद्ध मौसम की कामना की.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के अपने सहयोगी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष जी किशन रेड्डी के आवास पर संक्रांति समारोह में शामिल हुए. उन्होंने राजधानी दिल्ली के नारायणा विहार इलाके में लोहड़ी के मौके पर आयोजित एक समारोह में भी हिस्सा लिया और देशवासियों को कृषि से जुड़े इस त्योहार की शुभकामनाएं दीं.
रेड्डी के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, तेलुगु फिल्म स्टार चिरंजीवी, बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु और कई केंद्रीय मंत्री भी कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे. मोदी ने त्योहार से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लिया.
बाद में प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम से जुड़ी तस्वीरें ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा, ‘‘अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी जी. किशन रेड्डी के निवास पर संक्रांति और पोंगल समारोह में भाग लिया. साथ ही बेहतरीन सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी अवलोकन किया.”
Here are some more pictures from the Sankranti programme. Also lit the Bhogi fire. pic.twitter.com/lmD2m7vqE9
— Narendra Modi (@narendramodi) January 13, 2025
उन्होंने कहा, ‘‘पूरे भारत में लोग संक्रांति और पोंगल को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. यह कृतज्ञता, प्रचुरता और नवीनता का उत्सव है, जो हमारी संस्कृति की कृषि परंपराओं में गहराई से निहित है.”
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संक्रांति और पोंगल के लिए शुभकामनाएं दीं और सभी के सुख, अच्छे स्वास्थ्य और आने वाले फसल के समृद्ध मौसम की कामना की.
Lohri has a special significance for several people, particularly those from Northern India. It symbolises renewal and hope. It is also linked with agriculture and our hardworking farmers.
This evening, I had the opportunity to mark Lohri at a programme in Naraina in Delhi.… pic.twitter.com/WUv6pnQZNP
— Narendra Modi (@narendramodi) January 13, 2025
मकर संक्रांति एक ऐसा त्योहार है जो अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम और तरीकों से मनाया जाता है. उत्तर भारत में इसे मकर संक्रांति कहा जाता है. तमिलनाडु में इस त्योहार को पोंगल के नाम से जाना जाता है. असम में इसे माघ बिहू और गुजरात में इसे उत्तरायण कहते हैं. यह त्योहार फसल की कटाई से जुड़ा है.
प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न त्योहारों के जश्न में शामिल होने के लिए अक्सर उस क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले (जहां का त्योहार होता है) मंत्रिमंडल के अपने सहयोगियों से मिलने जाते हैं.
बाद में प्रधानमंत्री राजधानी दिल्ली के नारायणा में लोहड़ी पर्व पर आयोजित एक समारोह में हिस्सा लिया.
Some more glimpses from the Lohri programme in Delhi. pic.twitter.com/bMbGuLwR3i
— Narendra Modi (@narendramodi) January 13, 2025
उन्होंने इस समारोह से जुड़ी तस्वीरें ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा,‘‘लोहड़ी का लोगों के लिए विशेष महत्व है, विशेष रूप से उत्तरी भारत के लोगों के लिए. यह नवीनता और आशा का प्रतीक है. यह कृषि और हमारे मेहनती किसानों से भी जुड़ा हुआ है.”
उन्होंने कहा, ‘‘आज शाम मुझे दिल्ली के नारायणा में एक कार्यक्रम में लोहड़ी मनाने का अवसर मिला. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों, विशेषकर युवाओं और महिलाओं ने समारोह में भाग लिया. सभी को लोहड़ी की शुभकामनाएं!”
पंजाब, हरियाणा और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन लोग लकड़ियां इकट्ठी करके जलाते हैं और सुख एवं समृद्धि की कामना करते हैं.
NDTV India – Latest
More Stories
Vitamin B12 की कमी को तेजी से दूर करने के लिए इन चीजों को करें डाइट में शामिल, फिर देखें कमाल
Mahakumbh 2025: अगर पुण्य कमाने तीर्थराज प्रयागराज जा रहे हैं तो इन मंदिरों में जाना न भूलें
ग्लैमर की दुनिया छोड़ बनीं ‘साध्वी’ पर क्यों छिड़ी बहस, आस्था पर उठ रहे सवाल