कोटा। रावतभाटा में डेढ़ दर्जन से अधिक हथियारबंद हमलावरों के हाथों मारे गए देवा गुर्जर का अंतिम संस्कार (Deva Gurjar last rites) कर दिया गया है। देवा गुर्जर के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ने के आश्वासन के बाद परिजन ने देवा का अंतिम संस्कार कर दिया। गुर्जर के अंतिम संस्कार में हजारों लोग मौजूद रहे। अंतिम संस्कार में उमड़े जनसैलाब को देखकर पुलिस प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए। हजारों की भीड़ को देखते हुए कानून-व्यवस्था के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि, अंतिम संस्कार हो जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।
देवा के हत्यारों के बारे में पुलिस कर सकती है खुलासा
देवा गुर्जर हत्याकांड में शामिल करीब आठ लोगों की पहचान पुलिस ने करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार जल्द इस मामले का वह खुलासा करेगी। सूत्रों की मानें तो देवा गुर्जर की हत्या में उसका कोई खास दोस्त शामिल रहा जो परिवार का भी बेहद करीबी है। पुलिस ने देवा गुर्जर की हत्या के बाद हुए बवाल और आगजनी के मामले में भी कई केस दर्ज किए हैं।
सोमवार की शाम कर दी गई थी हत्या
रावतभाटा (Rawatbhata) क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर की हथियारबंद बदमाशों ने दो दिन पहले हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड से पूरा कोटा और आसपास के क्षेत्रों में भयंकर बवाल और आगजनी हुई। पुलिस को स्थितियां संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
सोमवार की शाम को कोटा के बैरियर गणेश मंदिर (Kota Ganesh mandir barrier) के पास सैलून में करीब डेढ़ दर्जन हथियार बंद लोग पहुंचे और वहां मौजूद हिस्ट्रीशीटर को मौत के घाट उतार दिया। हिस्ट्रीशीटर पर गोलियां बरसाने के साथ हथियारबंद लोगों ने लाठी-गड़ासे, फरसे और रॉड से भी बुरी तरह पिटाई कर मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे फरार हो गए थे। उधर, हिस्ट्रीशीटर को लोकल लोगों की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से कोटा के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
क्षेत्र में तूती बोलती थी देवा गुर्जर की…
रावतभाटा क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर (Deva Gurjar) दहशत तो थी ही लोकप्रियता भी जबर्दस्त थी। क्षेत्र में कोटा बैरियर गणेश मंदिर के पास सोमवार की शाम को एक सैलून में वह अपने चार-पांच साथियों के साथ बैठा था। उसी दौरान जीप व कई बाइक्स पर सवार होकर करीब 15-20 हथियारबंद लोग अचानक वहां पहुंच गए। इन लोगों को देखकर अभी देवा गुर्जर कुछ समझता कि उस पर लाठी-डंडे, फरसे और रॉड से इन लोगों ने हमला कर दिया। बुरी तरह से मारने के बाद खून से लथपथ देवा गुर्जर पर हमलावरों ने गोलियां भी बरसाईं। इसके बाद वह फरार हो गए।