Uttarakhand Tunnel rescue: उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है। 17 दिनों से यह मजदूर टनल में फंसे हुए हैं। एनडीएमए के सदस्य रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने कहा कि मजदूरों के बाहर निकलने में अब तीन से चार घंटे लगेंगे। उन्होंने बताया कि टीम वहां तक लगभग पहुंच चुकी है।
- भारतीय वायु सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर साइट पर उतर गया है, और जल्द ही श्रमिकों को एयरलिफ्ट किए जाने की उम्मीद है।
- रेस्क्यू टीम सिल्कयारा सुरंग में मलबे के माध्यम से पाइप बिछाने का काम पूरा कर लिया है, जो एक बड़ी सफलता है। प्रत्येक कर्मचारी को निकालने में 3-5 मिनट का समय लगेगा, और पूरे ऑपरेशन को समाप्त होने में लगभग 3-4 घंटे लगेंगे।
- श्रमिकों को बचाने के लिए रैट-होल माइनिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसमें मलबे के बीच एक छोटा सा छेद खोदना और फिर सुरंग बनाने के लिए धीरे-धीरे इसका विस्तार करना शामिल है।
एनडीएमए के सदस्य सैयद अता हसनैन ने दिया अपडेट
उत्तराखंड टनल में फंसे मजदूरों को लेकर रिटार्यर्ड ले.जन.सैयद अता हसनैन ने कहा: हम एक सफलता के करीब हैं लेकिन अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं। मैन्युअल काम जारी है और हम 58 मीटर तक पहुंच गए हैं। मलबा काट दिया गया है। काम पूरी रात चल रहा है। हमारे रैट होल माइनिंग एक्सपर्ट्स, टनल एक्सपर्ट और सेना के इंजीनियर युद्धस्तर पर काम पर लगे हुए हैं।
Uttarakhand Tunnel Rescue: एक मजदूर को निकालने में कम से कम 3 से 4 मिनट
सैयद अता हसनैन ने कहा कि मजदूर मलबे (Silkyara Tunnel)के बीच से रेस्क्यू अधिकारियों की आवाज़ सुन सकते हैं। 41 कर्मचारी 3-4 घंटे में सुरंग से बाहर निकल जाएंगे। प्रत्येक व्यक्ति को बाहर निकालने में लगभग तीन से पांच मिनट लगेंगे।
एनडीएमए सदस्य ने कहा कि चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर चिनूक हेलीकॉप्टर मौजूद है। चिनूक हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने का आखिरी समय शाम 4.30 बजे है। हसनैन ने कहा कि हम इसे रात के दौरान नहीं उड़ाएंगे। चूंकि देरी हो गई है इसलिए श्रमिकों को अगली सुबह लाया जाएगा।
Uttarkashi Rescue: मुख्यमंत्री ने किया यह दावा
इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि मजदूरों को बाहर निकालने का काम पूरा हो चुका है। जल्द ही सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। साइट पर मौजूद उत्तराखंड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ड्रिलिंग पूरी हो गई है।