ग्रामीण बंगाल में हर तरफ टीएमसी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “ग्रामीण बंगाल में हर तरह से टीएमसी है। मैं लोगों को टीएमसी के प्रति उनके प्यार, स्नेह और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं। इस चुनाव ने साबित कर दिया है कि केवल टीएमसी ही राज्य के लोगों के दिल में बसती है।”
दो दिनों तक हुई वोटों की गिनती
पश्चिम बंगाल की 73,887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64,874 पर 8 जुलाई को मतदान हुआ था। बाकी 9,013 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था। निर्विरोध चुने जाने वाले उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 8,874 तृणमूल कांग्रेस से हैं।
पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर हिंसा
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की लोकप्रियता की परीक्षा के रूप में इस चुनाव को देखा जा रहा था। हालांकि, चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा की खबरें हैं। सोमवार को पुनर्मतदान के दौरान एक बार फिर कई बूथों पर हिंसा हुई। शनिवार से चुनाव संबंधी हिंसा में लगभग 40 लोगों की मौत हो चुकी है। चुनावी धोखाधड़ी, बूथ कैप्चरिंग के आरोपों और मतदान के दौरान चुनावी अनियमितताओं और मतदाताओं के दमन की कई रिपोर्टों के बीच 696 बूथों पर पुनर्मतदान हुआ।
चुनाव बाद भी हिंसा की छिटपुट खबरें
दक्षिण 24 परगना के भांगर में मंगलवार रात हिंसा भड़क उठी और गोलियां चलने की खबर है। एक की मौत की आशंका है और एक पुलिस अधिकारी भी घायल हो गया है। सुबह मुर्शिदाबाद में एक मतगणना केंद्र के पास विस्फोटक विस्फोट किया गया, जबकि हावड़ा में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं।
बीजेपी ने हिंसा की वजह को हताशा बताया
विपक्षी भाजपा ने तृणमूल पर विपक्षी पर्यवेक्षकों को मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने से रोककर वोट लूटने के हताश प्रयास करने का आरोप लगाया है।
टीएमसी के गुंडे भाजपा और अन्य विपक्षी राजनीतिक दलों के मतगणना एजेंटों और उम्मीदवारों को मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने से रोककर चुनाव में चोरी करने की बेताब कोशिश कर रहे हैं। उन्हें कार्यक्रम स्थल की ओर जाने से रोका जा रहा है, और मतगणना एजेंटों को डराने के लिए बम फेंके जा रहे हैं।
सुवेंदु अधिकारी, बीजेपी नेता
हिंसा में मारे गए 60 प्रतिशत कार्यकर्ता टीएमसी के
तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि चुनावी हिंसा में मारे गए 60 प्रतिशत लोग या तो उनके कार्यकर्ता या समर्थक थे।
पश्चिम बंगाल में एआईटीसी राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए निराधार प्रचार वाला दुर्भावनापूर्ण अभियान भी मतदाताओं को प्रभावित नहीं कर सका। विपक्ष के ‘ममता को वोट नहीं’ अभियान को ‘अब वोट फॉर ममता’ में बदलने के लिए लोगों का आभारी हूं।
अभिषेक बनर्जी
राज्यपाल ने गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट
बड़े पैमाने पर हिंसा और मतपेटी से छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक रिपोर्ट सौंपा हैं। बोस ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।
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