World Polio Day 2024: क्यों जरूरी हैं पोलियो की दवाएं? जानिए इस को मनाने का उद्देश्य, थीम और इतिहास​

 World Polio Day 2024: यह कार्यक्रम पोलियो मुक्त दुनिया बनाने के लिए टीकाकरण और स्वास्थ्य कार्यक्रमों के महत्व की याद दिलाता है. हम यहां इस दिन की थीम, इतिहास, महत्व और पोलियो ड्रॉप्स के महत्व के बारे में बता रहे हैं.

World Polio Day 2024: विश्व पोलियो दिवस जो हर साल 24 अक्टूबर को मनाया जाता है. एक वैश्विक कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य पोलियो, एक अपंग और संभावित रूप से घातक संक्रामक रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. यह दिन पोलियो उन्मूलन की दिशा में की गई प्रगति का जश्न भी मनाता है और वायरस को पूरी तरह से खत्म करने के लिए जरूर निरंतर प्रयासों पर जोर देता है. विश्व पोलियो दिवस रोटरी इंटरनेशनल द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनिसेफ जैसे वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों के सहयोग से आयोजित किया जाता है. यह कार्यक्रम पोलियो मुक्त दुनिया बनाने के लिए टीकाकरण और स्वास्थ्य कार्यक्रमों के महत्व की याद दिलाता है. यहां हम इस दिन की थीम, इतिहास, महत्व और पोलियो ड्रॉप्स के महत्व के बारे में बता रहे हैं.

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विश्व पोलियो डे की थीम (World Polio Day Theme)

विश्व पोलियो डे 2024 की थीम, “हर बच्चे तक पहुंचने का वैश्विक मिशन”, सभी बच्चों को पोलियो के खिलाफ टीका लगाने के निरंतर प्रयासों पर केंद्रित है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां वायरस एक खतरा बना हुआ है.

विश्व पोलियो डे का इतिहास (World Polio Day History)

विश्व पोलियो दिवस की स्थापना रोटरी इंटरनेशनल द्वारा 1988 में डॉ. जोनास साल्क के जन्म दिवस के सम्मान में की गई थी, जो मेडिकल रिसर्चर थे जिन्होंने पहला सुरक्षित और प्रभावी पोलियो टीका विकसित किया था. पोलियो वैक्सीन की शुरुआत ने इस बीमारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित किया. साल्क की खोज के बाद के दशकों में पोलियो के मामलों की संख्या में भारी कमी आई. रोटरी इंटरनेशनल और उसके सहयोगियों ने उसी साल वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (GPEI) की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य दुनिया भर में पोलियो का उन्मूलन करना था.

विश्व पोलियो डे का महत्व (World Polio Day Significance)

विश्व पोलियो दिवस का बहुत महत्व है क्योंकि यह लोगों को पोलियो के खतरों, इसके उन्मूलन में हुई प्रगति और पोलियो मुक्त दुनिया को प्राप्त करने के लिए जरूरी प्रयासों के बारे में शिक्षित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है. पिछले कुछ सालों में पोलियो के मामलों में नाटकीय कमी के बावजूद, बीमारी अभी तक पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. विश्व पोलियो दिवस इन क्षेत्रों में वायरस के प्रसार को रोकने और पोलियो को वैश्विक लेवल पर फिर से उभरने से रोकने के लिए निरंतर सपोर्ट, फंडिंग और टीकाकरण की जरूरत पर जोर देता है. यह दिन विश्व को टीकाकरण के महत्व तथा बच्चों को इस रोकथाम योग्य बीमारी से बचाने की सामूहिक जिम्मेदारी की याद दिलाता है.

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पोलियो की दवाएं क्यों ज़रूरी हैं? (Why Are Polio Medicines Necessary?)

पोलियो की दवाएं या ओरल पोलियो वैक्सीन (OPV) पोलियो के खिलाफ़ लड़ाई में बहुत जरूरी हैं क्योंकि ये बीमारी से बचाव का एक प्रभावी, कम लागत वाला और आसानी से दिया जाने वाला तरीका है. पोलियो बहुत संक्रामक है और मुख्य रूप से पांच साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है. एक बार बच्चा संक्रमित हो जाए, तो उसका कोई इलाज नहीं है; टीकाकरण के ज़रिए रोकथाम ही एकमात्र उपाय है. OPV इम्यून सिस्टम को एंटीबॉडी बनाने के लिए उत्तेजित करता है जो पोलियो वायरस से लड़ने में सक्षम है, जिससे लॉन्गटर्म इम्यूनिटी मिलती है.

ये दवाएं न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए बल्कि सामूहिक इम्यूनिटी के लिए भी जरूरी हैं, जहां समुदाय के पर्याप्त लोग इम्यूनाइज्ड होते हैं, जिससे वायरस का फैलना मुश्किल हो जाता है. यह उन क्षेत्रों में खासकर से जरूरी है जहां स्वास्थ्य सेवा का बुनियादी ढांचा कमज़ोर है या ऐसे क्षेत्र जहां पोलियो का प्रकोप फिर से बढ़ गया है. पोलियो की दवाइयों के ज़रिए व्यापक टीकाकरण प्रकोप को रोकता है और पोलियो को हमेशा के लिए मिटाने के वैश्विक प्रयासों की नींव है.

कई पोलियो टीकाकरण अभियानों में ओरल ड्रोप्स को प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि उन्हें सीमित चिकित्सा संसाधनों वाले क्षेत्रों में भी प्रशासित करना आसान होता है. वे बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान में भी मदद करते हैं जहां बड़ी आबादी को कवर करने की जरूरत होती है. बच्चों को पोलियो की बूंदें पिलाना जारी रखते हुए खासतौर से कमजोर क्षेत्रों में हम वैश्विक स्तर पर पोलियो के पूर्ण उन्मूलन के करीब पहुंच रहे हैं.

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