विनेश फोगाट ने रचा इतिहास: गोल्ड या सिल्वर लेकर ही लौटेगी, फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला

Paris Olympics 2024: पेरिस में ओलंपिक का 11वां दिन भारत के लिए खास रहा। भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है। ओलंपिक के रेसलिंग फाइनल में पहुंचने वाली विनेश पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। भाला फेंक में पिछली बार गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा एक बार फिर फाइनल में पहुंच गए हैं। भारत-जर्मनी के बीच हुए हॉकी सेमीफाइनल का मुकाबला मंगलवार को हुआ। इस मुकाबला में जर्मनी ने 3-2 से भारत को हरा कर फाइनल में एंट्री कर ली। अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए भारत का मुकाबला स्पेन से होगा।

विनेश फोगाट का मेडल पक्का

भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम भार वर्ग में मेडल पक्का कर लिया है। विनेश फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान हैं। उन्होंने महिला 50 किग्रा फ्रीस्टाइल इवेंट के सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन (Yusneylys Guzman) को 5-0 से हराया। विनेश का फाइनल मुकाबला बुधवार को होगा।

ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचे हारा भारत

भारत-जर्मनी के बीच हुए हॉकी के सेमीफाइनल मुकाबला में जर्मनी ने 3-2 से भारत को हरा दिया। नीदरलैंड्स का अब फाइनल में मुकाबला जर्मनी होगा। रोमांचक मुकाबला में 7वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल दागकर 1-0 से बढ़त दिलायी। लेकिन 18वें मिनट में ही गोंज़ालो पेइलाट ने गोल करके मुकाबला 1-1 से बराबर कर दिया। 27वें मिनट में जर्मनी ने शानदार बढ़त बनाई।

क्रिस्टोफर रूहर ने गोल करते हुए जर्मनी को 2-1 से आगे कर दिया। हालांकि, 36वें मिटन में सुखजीत ने बेहतरीन गोल कर मुकाबला फिर 2-2 से बराबर कर दिया। लेकिन खेल खत्म होने के 6 मिनट पहले यानी 54वें मिनट में मार्को मिल्त्काऊ ने गोल कर जर्मनी को 3-2 से बढ़त दिला दी। भारत ने आखिरी पल तक कोशिश की लेकिन गोल नहीं हो सका और इसी के साथ फाइनल में पहुंचने की उम्मीद खत्म हो गई।

फाइनल में नीरज चोपड़ा, गोल्ड की उम्मीद

नीरज चोपड़ा ने मंगलवार को 89.34 मीटर थ्रो कर पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई है। 26 साल के नीरज चोपड़ा भाला फेंक में मई में दोहा डायमंड लीग में 88.36 मीटर का सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। उन्होंने जून 2022 में स्वीडन में स्टॉकहोम डायमंड लीग में 89.94 मीटर थ्रो कर रिकॉर्ड बनाया था। नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था।