आदि अनादि काल के प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को तोड़कर फेंकने का अधार्मिक कुकृत्य भी इनके द्वारा किया गया। बाबा श्री काशी विश्वनाथ के परिसर का व्यवसायिकरण किया जा रहा है। माँ अन्नपूर्णा के मंदिर तक जाने के रास्ते को रोका जा रहा है।
आदि अनादि काल के प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को तोड़कर फेंकने का अधार्मिक कुकृत्य भी इनके द्वारा किया गया। बाबा श्री काशी विश्वनाथ के परिसर का व्यवसायिकरण किया जा रहा है। माँ अन्नपूर्णा के मंदिर तक जाने के रास्ते को रोका जा रहा है।