भारत सरकार ने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में कैंपस खोलने की इजाजत दे दी है। विदेशी विवि के कैंपस से भारतीय शिक्षा पर कितना और कैसा असर होगा इस पर प्रकाश डाल रहे हैं शिक्षाविद् और पूर्व कुलपति प्रो.अशोक कुमार…
Ex Vice Chancellor Prof Ashok Kumar
हाल के शैक्षिक रुझान अच्छी तरह से रोजगार योग्य युवाओं के उत्पादन पर जोर देते हैं। संस्थानों में ‘प्लेसमेंट सेल’ का महत्व इस प्रवृत्ति को पर्याप्त रूप से दर्शाता है।
विश्वविद्यालयों के अराजक होते माहौल में कैंपस में इंट्री प्रॉसेस का क्या दोष है। इन विसंगतियों से कैसे छुटकारा पाया जाए इस पर प्रकाश डाल रहे हैं पूर्व कुलपति प्रो.अशोक कुमार। प्रो.अशोक कुमार, यूपी के कई राज्य विश्विविद्यालयों में कुलपति रह चुके हैं।
यह पैनल राज्यों के अनुसार या तो मुख्यमंत्री के पास या राज्य के राज्यपाल के पास दे दिए जाते हैं। 3 या 5 सदस्यों के पैनल से माननीय मुख्यमंत्री या और माननीय राज्यपाल दोनों के निरीक्षण के बाद संबंधित विश्वविद्यालय के लिए कुलपति का नाम चयनित (Vice Chancellors selection) किया जाता है।