BHU मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ गिरिजा शंकर महोबिया ने बताया कि ’निकल’ तत्व के सामान्य दुष्प्रभाव थकान, सूजन एवं त्वचा एलर्जी है। कुछ परिस्थितियों में फेफड़े, दिल और किडनी सेे जुड़ी बीमारी होने का भी खतरा पैदा हो सकता है। शरीर के अंदर धातु में जंग लगने से विभिन्न तत्व के साथ ’निकल’ भी बाहर निकलने लगता है।
IIT BHU
देश में पहली बार मिक्स्ड रियलिटी तकनीक (Mixed reality technique) की मदद से यूएसए (USA) से क्लाउड बेस्ड इंफार्मेशन सिक्योरिटी कंपनी ‘जैसकेलर’ की तकनीकी मदद से दीक्षांत का आयोजन हुआ।
दीक्षांत समारोह में विविध पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले कुल 52 स्नातकों को विभिन्न श्रेणियों में 80 स्वर्ण व रजत पदक और 16 प्राइज प्रदान किये जाएंगे।