करीब तीन महीने तक चली जांच में SIT ने ये साफ कर दिया कि तीन अक्तूबर को तिकुनिया में हुई हिंसा को सोच समझकर हत्या के इरादे से अंजाम दिया गया था।
Kisan Andolan
राज्यपाल ने कहा कि मुझे तो कोई कहे तो मैं किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता को तैयार हूं। किसान तो तैयार हैं लेकिन सरकार माने तब न। किसानों को तो एमएसपी की गारंटी चाहिए लेकिन सरकार के इर्दगिर्द कुछ लोग हैं जो गलत सलाह देकर बरगलाए हुए हैं।
काले कृषि कानूनों के बारे में जयंत चौधरी ने कहा कि इन कानूनों से केवल बड़े उद्योगपतियों और कॉर्पोरेट घरानों को फायदा मिलेगा न कि किसानों को।
सोरम गांव में सोमवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का लोगों ने विरोध किया था। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ता और विरोध कर रहे लोग आपस में भिड़ गए थे।