Congress Marathon working in UP: 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा मुकाबले इंडिया गठबंधन को मजबूती से खड़ा करने में कांग्रेस की समन्वय बैठकों का बड़ा योगदान रहा। उत्तर प्रदेश की हर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पाण्डेय ने कांग्रेस की जिला, विधानसभा, विकासखंड और बूथ स्तर के सभी पदाधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति में बैठकें कर न केवल ऊर्जा का संचार किया। बल्कि गठबंधन के साथियों समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी आदि घटक दलों के पदाधिकारियों संग उसी मंच पर समन्वय भी बनाया। इससे गठबंधन के उम्मीदवारों के हक में गठबंधन के घटक दलों के कार्यकर्ताओं में आपसी समन्वय, सहयोग एवं संपर्क का मार्ग प्रशस्त हुआ।
देवरिया में 80वीं लोकसभा समन्वय बैठक
12 अप्रैल को गौतम बुद्ध नगर से समन्वय बैठकों का शुरू यह सिलसिला पश्चिम उत्तर प्रदेश, ब्रज क्षेत्र, तराई, अवध बुंदेलखंड एवं पूर्वांचल की लोकसभा सीटों पर आगे बढ़ते हुए 21 मई को देवरिया में 80वीं लोकसभा समन्वय बैठक के रूप में संपन्न हुआ। देवरिया समन्वय बैठक के समापन के साथ ही यूपी कांग्रेस प्रभारी अविनाश पाण्डेय का संकल्प पूरा हो गया।
परिणाम अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन 40 दिनों में 7000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा वाला यह अभियान उत्तर प्रदेश के संगठन स्तर पर कीर्तिमान है। इन बैठकों ने सपा से प्रस्तावित 17 सीटों पर समझौते में आम मुहर लगाई बल्कि 63 सीटों पर सपा उम्मीदवारों के हक में अपने कार्यकर्ताओं को प्रेरित भी किया।
भाजपा के खिलाफ 63 फीसदी मतों की रहनुमाई
बैठकों में अविनाश पाण्डेय ने 2014 एवं 2019 में भाजपा को मिले 33 एवं 37 प्रतिशत मत का जिक्र करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाया कि वे भाजपा के खिलाफ 63 फीसदी मतों की रहनुमाई कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं को मनोवैज्ञानिक स्तर पर बढ़त दिला उनका आत्मविश्वास मजबूत किया। दलितों, अल्पसंख्यकों, अति पिछड़ों और ब्राह्मणों में व्याप्त असंतोष को उस समाज तक पहुंचने का सेतु बनाया।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पैदा हुई नवजागरण की चेतना जहां संगठन से जुड़ी, वहीं समन्वय बैठकें भारत जोड़ो यात्रा का सांगठनिक विस्तार भी दिखीं।