गोरखपुर। मुख्यमंत्री के जिले में पौधारोपण को जनआंदोलन बनाने के लिए रक्षा बंधन पर एक विशेष अभियान का शुभारंभ किया गया। पेड़ों को बचाने के लिए 22 अगस्त से 29 अगस्त तब अभियान चलाया जा रहा है। गोरखपुर समेत सूबे में विरासत (Heritage Tree) घोषित पेड़ों को रक्षासूत्र बांध उनके संरक्षण का संकल्प लिया जा रहा।
यह अभियान पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग अपने 30 करोड़ वृक्षारोपण अभियान में मिले जन सहयोग से प्रभावित होकर उन्हें इस भावना से जोड़े रखने के लिए भी संचालित कर रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पौधरोपण के लिए प्रेरित हो।
यूपी में 947 वृक्षों को हेरिटेज घोषित किया गया
सीएम के निर्देश पर अभियान चला कर गोरखपुर के 19 वृक्षों समेत उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधिता बोर्ड ने प्रदेश के 75 जिलों के सामुदायिक भूमि पर स्थित 947 वृक्षों को धरोहर (हेरिटेज) वृक्ष (Heritage Trees) घोषित किया है। इन वृक्षों में 150 वृक्ष, धार्मिक एवं अन्य ऐतिहासिक महत्व के हैं।
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक योजना एवं कृषि वानिकी मुकेश कुमार के निर्देश के बाद प्रभागीय वन अधिकारी अविनाश कुमार ने वन प्रभाग के सभी रेंज में अधिनस्थों को इस कार्यक्रम को अच्छे ढंग से चलाने के निर्देश दिए हैं। अविनाश कुमार ने बताया कि हर साल साल बड़े पैमाने पर पौधारोपण तो होता है, लेकिन उन पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी भी बड़ा काम है। यह तभी सफल होगा जब आमजन भी इससे जुड़ेंगे।
हेरिटेज फाउंडेशन के ट्रस्टी नरेंद्र मिश्र एवं हेरिटेज एवियंस के संयोजक वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अनुपम अग्रवाल ने भी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की पहल की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए लोगों से इस कार्यक्रम से जुड़ने की अपील की है। इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जोड़ा जा रहा है।
जल्द प्रकाशित होगी कॉफी टेबल बुक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने और 100 साल की उम्र पार कर चुके वृक्षों को उनके धार्मिक, एतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए उन्हें विरासत वृक्ष घोषित करते हुए संरक्षित करने की घोषणा की थी। साल 2019 में शासनादेश जारी हुआ, तकनीकी कमेटी गठित हुई।
सूबे के 75 जिलों से 1500 से अधिक आवेदन मिले। तकनीकी कमेटी इनका सत्यापन एवं परीक्षण किया। उसके बाद बोर्ड के अध्यक्ष अध्यक्ष प्रमुख सचिव (वन) सुधीर गर्ग की अध्यक्षता में शुक्रवार को 947 वृक्षों (Heritage Trees) का अंतिम रूप से चयन किया। इन धरोहर वृक्षों को कॉफी टेबल बुक में उनके फोटो और कहानियों के साथ प्रकाशित किए जाएंगे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही हेरिटेज वृक्षों (Heritage Trees) की कॉफी टेबल बुक प्रकाशित होगी।