July 4, 2024
UP Wedding Fraud

सेक्सुअल ट्रीटमेंट के नाम पर डॉक्टर बंजारा करता था ऐसा काम, पुलिस को पता चला तो उड़ गए होश

पीड़ितों का प्राइवेट व गोपनीय डाटा अपने मोबाइल मे सुरक्षित रखते हैं, ताकि भविष्य में उनसे कोई खतरा न हो।

Sexual Treatment Fraud: सेक्सुअल ट्रीटमेंट के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूलने वाले अंतरराज्यीय बंजारा फर्जी डॉक्टर गैंग के सरगना सहित तीन ठगों को कुशीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 लाख 6 हजार रुपये नकद, 5.50 लाख रुपये के सोने के आभूषण, करीब 5 लाख रुपये का बोलेरो व 7 लाख की मिनी बस सहित अन्य सामग्री बरामद हुई है।

कुशीनगर के एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सरगना का नाम संजय सिंह बंजारा, उसका भाई बंटी सिंह बंजारा निवासी इंद्रा कॉलोनी सरहट (ब्रह्म स्थान के पास), थाना मानिकपुर, जनपद चित्रकूट और इन्हीं के गांव का समीर बंजारा भी गिरफ्तार हुआ है। इनके खिलाफ केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस ने किया गिरफ्तार

तरयासुजान व साइबर थाने की संयुक्त टीम ने अहिरौलीदान के पास से अन्तर्राज्यीय बंजारा डॉक्टर गैंग के अपराधियों/ठग, जो फर्जी डॉक्टर बनकर भोले-भाले लोगों को अपने झांसे मे लेकर तथा धोखे से उनका फोटो व वीडियो बनाकर तथा लाइलाज बीमारी का भय दिखाकर उनसे इलाज के नाम पर नकद व फर्जी खातों में लाखों रुपये ट्रांसफर करवाकर ठगी करते थे। नकदी सहित करीब 21 लाख रुपये के सामग्री की बरामदगी की गई है।

ऐसे करते थे अपराध

एसपी ने बताया कि यह बंजारा डॉक्टर गैंग साइबर ठगी जैसे अपराधों में भी संलिप्त है। इस गैंग के शातिर ठग चित्रकूट जिले के रहने वाले हैं। ये घुमन्तू जाति से सम्बन्धित हैं तथा अपने गैंग का संचालन ये लोग 04 पहिया वाहन बोलेरो व 04 पहिया मिनी बस कम वैन के द्वारा भिन-भिन्न प्रदेशों के जिलों में मेला लगाकर डेरा डालकर करते हैं। भोले-भाले लोगों को लक्ष्य बनाते हुए उनको अपने ठगी का शिकार बनाकर लाखों रुपये की ठगी करने के बाद वहां से फरार होने का बाद अन्य दूरस्थ स्थानों पर जाकर पुनः अपराध करते हैं।

विशेषकर यह गैंग पुरूषों को उनके प्राइवेट पार्ट में लाइलाज गंभीर बीमारी बताकर अपने ठगी के जाल मे फंसाने के लिए झांसा देता है तथा उनके आधार कार्ड व प्राइवेट पार्ट की फोटो लेकर उनसे मर्दाना कमजोरी के सम्बन्ध में उनका शपथ पत्र ले लेता है। उसके बाद उन्हें हीरा भस्म व स्वर्ण भस्म के जगह नकली दवायें देकर तथा अपने पास फर्जी यंत्रों से उनके प्राइवेट पार्ट का धोखे से इलाज करता है तथा उनसे लाखों रुपये की मोटी रकम को अपने दूरस्थ बैठे दलालों के फर्जी खातों मे नेट बैंकिंग से पैसा ट्रांसफर करता है। इसके बाद उनके पैरोकारों के माध्यम से नकद रुपये प्राप्त कर लेते हैं।

प्राइवेट पार्टो की फोटो वायरल करने की धमकी

जब तक भोले-भाले लोग इनकी ठगी से परचित होते हैं, तब तक ये लोग उनके प्राइवेट पार्टो की फोटो वायरल करने की धमकी देते हुए पुनः पैसों की मांग करते हैं तथा घुमन्तु जाति व उनके पास परिवहन की उत्तम व्यवस्था होने के कारण ये लोग आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान चले जाते हैं। बाद में फर्जी सिमों की सहायता से नम्बर बदल देते हैं तथा नये स्थानों पर यही अपराधिक कृत्य की पुनरावृत्ति करते हैं और पीड़ितों का प्राइवेट व गोपनीय डाटा अपने मोबाइल मे सुरक्षित रखते हैं, ताकि भविष्य में उनसे कोई खतरा न हो। अब तक इनके मोबाइल से करीब 150-200 लोगों से ठगी के माध्यम से आनलाइन पैसा भिन्न-भिन्न खातों मे ट्रांसफर कराया गया है। अभी तक ऐसे 12 खातों को फ्रीज किया जा चुका है।

इन्होंने किया खुलासा में मदद

प्रभारी निरीक्षक आशुतोष सिंह थाना तरयासुजान, प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पंत साईबर थाना, एसएसआई श्याम लाल निषाद, एसआई विनय कुमार मिश्र आदि।

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