कुशीनगर में मां और 5 बच्चों के लिए झोपड़ी बनीं लाक्षागृह: रात में लगी आग में छह जिंदगियां जल मरी

पडरौना। कुशीनगर जिले के रामकोला में एक बार फिर आग ने कहर बरपाया है। स्थानीय थानाक्षेत्र में एक झोपड़ी में आग लगने से छह जिंदगियां काल के गाल में समा गई। आग से झोपड़ी में सो रही एक महिला अपने पांच मासूम बच्चों के साथ जलकर खाक हो गई। इस हृदय विदारक घटना की सूचना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना बुधवार की रात करीब 12 बजे की है।

झोपड़ी में सो रहे थे मां-बच्चे

रामकोला थानाक्षेत्र का उर्दहा गांव हैं। यह गांव नगर पंचायत में सम्मिलित हो गया है। अब इसे बापूनगर वार्ड नंबर 2 के नाम से जाना जाता है। इस वार्ड में नौमी का घर है। नौमी का परिवार झोपड़ी में ही अपना गुजर बसर करता है। रोज की तरह बुधवार की रात में भी नौमी की पत्नी संगीता अपने बच्चों के साथ झोपड़ी में सो रही थी। रात करीब 12 बजे अचानक से उसकी झोपड़ी में आग लग गई। आग की वजह से झोपड़ी में अपने पांच बच्चों के साथ सो रही संगीता उसमें घिर गई।

आग की लपटें देख आसपास के लोग जुटे। दमकल गाड़ियों को सूचना दी गई। लोग भी पानी फेंकने लगे लेकिन तबतक महिला अपने पांच बच्चों के संग गंभीर रूप से जलने की वजह से दम तोड़ चुकी थी। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर जिलाधिकारी रमेश रंजन, पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल और एएसपी रितेश कुमार सिंह पहुंचे।

मृतकों में सभी पांच बच्चे दस साल से कम उम्र

रामकोला थाना इलाके के उर्दहा गांव में नौमी के घर में लगी आग में उसकी पत्नी संगीता (38), उसका पुत्र अंकित (10) लक्ष्मीना (9), रीता (3), गीता (2) और बाबू एक साल की जलने से मौत हो गई है।