कृषि कानूनों को वापस करने की लड़ाई जारी है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में रालोद नेता जयंत चौधरी लगातार किसान पंचायत कर लोगों को एकजुट कर रहे।
राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी बागपत जनपद के ढिकौली गाँव में किसान पंचायत में किसानों के बीच पहुँचे।
किसान पंचायत में जयंत चौधरी ने कहा की यह निष्ठुर सरकार 250 किसानों की शहादत का भी मजाक उड़ाती है। केवल मंत्री ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री ने भी संसद में किसानों का मजाक उड़ाया है। किसान जिन्होंने देश को अपनी खून-पसीने से सींचा है, उनको मोदी जी परजीवी कहते हैं।
काले कृषि कानूनों के बारे में जयंत चौधरी ने कहा कि इन कानूनों से केवल बड़े उद्योगपतियों और कॉर्पोरेट घरानों को फायदा मिलेगा न कि किसानों को।
जयंत चौधरी ने कहा कि किसान और कंपनी में करार होने के बाद कंपनी अपनी मनमानी करेगी और इस मनमानी का आभास इसी बात से लग जाता है कि इन कानूनों में किसान को अदालत के पास जाने का भी अधिकार नहीं है।
रालोद नेता जयंत चौधरी ने बताया कि पिछले साल बैंकों के कर्ज और बिजली के बिल के कारण ढिकौली के किसान अनिल पुत्र राम सिंह ने आत्महत्या की थी।
बागपत के किसान 1342 करोड़ के कर्जदार
बागपत जनपद के किसानों की समस्याओं पर बोलते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि बागपत के किसान बैंकों के 1342 करोड़ के कर्जदार है।जबकि पिछले साल का 173 करोड़ मिलाकर 900 करोड़ से ज्यादा का गन्ना भुगतान किसानों का बकाया है।
युवाओं ने जेबखर्च से तैयार किया मैदान
ढिकौली गाँव के युवाओं की तारीफ करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि ढिकौली गाँव के युवाओं ने बिना किसी मदद के अपनी जेब खर्च से तीन लाख रुपये इकट्ठा कर गांव में खेल का मैदान तैयार किया है। अब गाँव के नौजवान इस ग्राउंड पर सेना व पुलिस आदि की भर्ती की तैयारी कर रहे है।
मोदी का कानून देश बर्बाद कर देगा
केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर हमला करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि जो कृषि व्यवस्था मोदी जी बनाना चाहते हैं उससे किसान बर्बाद हो जाएगा और ये तीनों कानून किसान के ताबूत में क़ील का काम करेंगे। मोदी सरकार द्वारा किसानों पर किए गए अत्याचारों को याद दिलाते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज किया गया, उनके रास्ते में कील बिछाई गई और वही अंबानी-अडानी के लिए क़ालीन बिछाई जाती है।