लखनऊ। UP Mission 2022 के लिए कांग्रेस ने रणनीतिक शुरुआत कर दी है। प्रदेश के छोटे छोटे मुद्दे को लेकर प्रियंका गांधी अपनी सक्रियता दिखाने के साथ लोगों के बीच नजर आ रही हैं। Covid के दौरान मजदूरों के लिए वाहन उपलब्ध कराने का मामला हो या हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने का मुद्दा हर बार उत्तर प्रदेश कांग्रेस के साथ प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) मुखर होकर अगुवाई करती नजर आई। एक बार फिर वह प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
दरअसल, कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरने रविवार को प्रियंका गांधी उस नाविक के बुलावे पर प्रयागराज पहुंची हैं जिस नाविक की नाव के जरिये मौनी अमावस्या के दिन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने संगम स्नान किया था।
संगम स्नान किया था प्रियंका ने तभी मिला सुजीत
बीते 11 फरवरी को मौनी अमावस्या के दिन प्रियंका गांधी संगम स्नान के लिए प्रयागराज (Prayagraj) पहुची थीं। अरैल घाट से संगम तक प्रियंका गांधी ने सुजीत निषाद (Sujit Nishad) नाम के नाविक की नाव से संगम पर पहुंचकर संगम स्नान किया था। इस दौरान प्रियंका ने नाविक सुजीत से जब बात कर उसके घर परिवार और रोजी-रोटी के बारे में पूछा तो सुजीत ने खुद की 3 बेटियां होने के साथ एक भाड़े की नाव चलाने के चलते परिवार का सही से भरण-पोषण न कर पाने की बात बताई थी। इसके साथ उसने बसवार गांव के निषादों और मछुआरों की पुलिस द्वारा नाव भी तोड़ दिए जाने की जानकारी देकर प्रियंका गांधी को बसवार आने का निमंत्रण भी दिया था।
मैंने प्रियंका दीदी से बताई थी समस्या:सुजीत
नाविक सुजीत निषाद (Sujit Nishad) बताते हैं कि मौनी अमावस्या के दिन प्रियंका दीदी मेरे नाव पर संगम स्नान करने के लिए आई थीं। संगम स्नान के बाद उन्होंने मेरी नाव को भी चलाया था। बसवार में नाव को तोड़ देने की घटना हो गई थी जिसे मैंने प्रियंका दीदी से बोला था। इसलिए प्रियंका दीदी फिर से प्रयागराज में नावों को देखने और यहां के सभी लोगों की मदद करने के लिए आई हैं।