वाराणसी। कोविड महामारी की दूसरी लहर ने उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल दी है। आम ही नही बल्कि खास नागरिक भी असहाय दिख रहे हैं। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ नाकाम साबित हो रहे हैं।
ये बातें सपा की पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शालिनी यादव (Shalini Yadav) ने कहीं। श्रीमती यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी सहित अन्य जिम्मेदार पदों पर आसीन व्यक्ति भी सिर्फ हवाई बयानबाजी में लगे हैं। बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं कि कोरोना का असर कम हो रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि टेस्ट कम करके आंकड़ों की बाजीगरी की जा रही है।
डीआरडीओ में 40 मौतों को सरकार ने चार बताया
शालिनी यादव (Shalini Yadav) ने कहा कि हद तो ये है कि वाराणसी के बीएचयू में स्थापित डीआरडीओ अस्पताल में मीडिया का कहना है एक दिन में 40 लोग मरे जबकि शासन 4 की ही मौत स्वीकार कर रहा है। यूपी सरकार के दावों की पोल खुद गंगा मईया खोल रहीं हैं। गंगा जी में शवों का मिलना लगातार जारी है जो ये हकीकत बताता है कि आम लोग कोरोना के इलाज में आर्थिक रूप से इतना टूट चुके हैं कि अपनों के अंतिम संस्कार की भी हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं।
सरकार की शह पर सड़क से लेकर जेल तक में हत्याएं
उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां प्रदेश सरकार इलाज से लेकर के अंतिम संस्कार के रेट कागज पर तय करने का दावा किया है किंतु अस्पताल से लेकर एम्बुलेंस व अंतिम संस्कार तक मे मनमाना दाम मरीजों के परिजनों को देना पड़ रहा है। पीडितों की शिकायत पर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
सपा नेता शालिनी यादव (Shalini Yadav) ने कहा कि चित्रकूट जेल में वाराणसी के एक बंद विचाराधीन कैदी की हत्या से साबित होता है कि मुख्यमंत्री योगी की कानून व्यवस्था पर अब कोई पकड़ नही है। सरकार व प्रशासन के चहेते अपराधी दिनदहाड़े सड़क से लेकर जेल तक मे हत्या लगातार कर रहे है। आमजन में भय व्याप्त है।
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