- सीएम योगी ने किया पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का हवाई और स्थलीय निरीक्षण
- एक्सप्रेस वे से जोड़ कर जिलों में औद्योगिक क्लस्टर विकसित करेगी सरकार
लखनऊ। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे (Purvanchal expressway) पर अप्रैल से गाड़ियां फर्राटा भर सकेंगी। राजधानी दिल्ली समेत देश के तमाम प्रदेशों के साथ पूर्वांचल की अब सीधी और तेज कनेक्टिविटी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सोमवार को लखनऊ से सुलतानपुर, आजमगढ़ और गाजीपुर तक एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अफसरों को 15 अप्रैल तक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लोकार्पण कार्यक्रम तय करने का निर्देश दिया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे (Purvanchal Express way) करीब 22494.66 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य पूरा करने के साथ पूर्वांचल में औद्योगिक विकास का ढांचा तैयार करने का भी निर्देश भी दे दिया ।
गाजीपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का अप्रैल तक शुभारम्भ होगा। एक्सप्रेस वे बनने के बाद यूपी में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। अब पूर्वांचल के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा। एक्सप्रेस वे से यूपी में विकास की अनन्त सम्भावनाएं बनेगी।
कभी आजमगढ़ के युवाओं को लोग रहने को घर नहीं देते थे
आजमगढ़ पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आजमगढ़ के लोगों के लिए उम्मीद की किरण है। उन्होंने कहा कि चार वर्ष पहले तक लोग आजमगढ़ के नाम से कांपते थे। आजमगढ़ का युवा कहीं जाता था तो लोग उसे किराये पर मकान नहीं देते थे। आजमगढ़ घर बताने के बाद लोग उससे पिंड छुड़ा लेते थे। लेकिन अब आजमगढ़ विकास की एक नई आशा के साथ आगे बढ़ रहा है। आशा की किरण यह एक्सप्रेस वे है जो यहां के औद्योगिक विकास को एक नई ऊंचाई तक ले जाएगा।
सीएम ने कहा कि हम यहां के लिए विश्वविद्यालय भी दे रहे है। केंद्र व प्रदेश के कई बड़े हाइवे आजमगढ़ के विकास को ध्यान में रख कर बनाए जा रहे हैं। विकास हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और हमें इसका सकारात्मक सहयोग करना चाहिए।
औद्योगिक क्लस्टर बनाने का दिया आदेश
मुख्यमंत्री (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि यह सकारात्मक सहयोग न सिर्फ आपके लिए बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी बहुत निर्णायक होगा। हमारा प्रयास है कि 31 मार्च तक मुख्य एक्सप्रेस वे को तैयार कर लिया जाए। इसके साथ ही हर जनपद में औद्योगिक क्लस्टर भी विकसित किया जाए। जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके। इसकी युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। लखनऊ में एक्सप्रेस वे के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले एक साल की योजनाओं को पूरा करने में 12 साल लगा दिए जाते थे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य 01 अप्रैल तक पूरा कर 15 अप्रैल तक लोकार्पण कार्यक्रम तय करने का निर्देश दिया । सीएम ने निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न किये जाने की हिदायत भी अफसरों को दी है।
नौ जिलों को होगा फायदा
गौरतलब है कि पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बाद लखनऊ-आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरु करवाया था। इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी॰ है और इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है। इस परियोजना से जनपद लखनऊ ,बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर लाभान्वित होंगे। लखनऊ से बिहार सीमा तक जाने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना शुरू होने के साथ ही पूर्वाचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा।
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