November 24, 2024
Chandrasekhar Ravan

Bhim Army के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण पर जानलेवा हमला, गोली छूते हुए निकली

यूपी के सहारनपुर के देवबंद इलाके में पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (attack on bhim army chief chandrashekhar azad) पर बुधवार को जानलेवा हमला हुआ।

Bhim Army Chief attacked:यूपी के सहारनपुर के देवबंद इलाके में पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (attack on bhim army chief chandrashekhar azad) पर बुधवार को जानलेवा हमला हुआ। अज्ञात हमलावरों ने उनके काफिले पर फायरिंग की। फॉर्चूनर में बैठे चंद्रशेखर रावण को गोली उनके पेट को छूते हुए निकल गई। चंद्रशेखर इस अटैक में घायल हो गए। उन्हें आनन-फानन में देवबंद के अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद चन्द्रशेखर रावण ने अस्पताल से की अपील की कि शांति बनाये रखें, हम अपनी लड़ाई संवैधानिक तरीक़े से लड़ेंगे।

फायरिंग से चंद्रशेखर आजाद की कार के टूट गए शीशे

दरअसल, भीम आर्मी चीफ अपनी कार से किसी कार्यक्रम में देवबंद की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान उन सामन से आई एक कार से आज्ञात हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर दनादन फायरिंग करना शुरू कर दिया। इस हमले में बदमाशों की गोलियां आजाद की कार के शीशे टूट गए और एक गोली उनके पेट को छूते हुए निकल गई । इतना ही नहीं कार में फायरिंग के निशान भी हैं। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई।

साथी अजय के घर पहुंचे थे, तभी अटैक

चंद्रशेखर देवबंद में अपने संगठन के एक साथी एडवोकेट अजय के घर गए थे। अजय की मां का दो दिन पहले निधन हो गया था। वह शोक व्यक्त करने पहुंचे थे। जैसे ही आज वहां से लौटे तो कुछ देर बाद ही कार सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। आजाद के साथ कार में अजय भी मौजूद थे, जिसमें वह भी घायल हो गए हैं।

गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग

हमलावरों ने चंद्रशेखर की गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग की है। गोली के निशान पर फोटोज में देख सकते हैं किस तरह से गोली लगने से कार की सीट में छेद हो गया है। एक गोली पेट को छूकर भी निकली।

2014 में भीम आर्मी की स्थापना की थी

चंद्रशेखर आजाद भीम आर्मी के अध्यक्ष हैं। आजाद ने अपने साथियों सतीश कुमार और विनय रतन सिंह के साथ मिलकर साल 2014 में भीम आर्मी की स्थापना की थी। वह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विचारधारा के पक्षधर हैं। आजाद ने जातिगत उत्पीड़न का विरोध करने के उदेश्य के लिए भीम आर्मी की स्थापना की थी। यहीं से उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ। पहले वह उत्तर प्रदेश तक सीमित थे, लेकिन अब वो देश के अधिकतर राज्यों में रैली करने के लिए जाते हैं। इसके अलावा 15 मार्च 2020 को आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) दल की स्थापना की। वह अंबेडकरवादी कार्यकर्ता और पेशे से एक वकील हैं।

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